Delhi News: आम आदमी पार्टी को चुनाव आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. EC ने यह नोटिस पीएम मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए भेजा है. यह नोटिस AAP के नेशनल कनवेर को जारी किया गया है. इसमें 16 नवंबर तक आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के आरोप का जवाब देने को कहा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: Dog Bite Compensation: काटते वक्त कुत्ते के हर दांत पर देना होगा 10 हजार मुआवजा, हाईकोर्ट का निर्देश


बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ही आम आदमी पार्टी के नेशनल कनवेनर हैं. वहीं चुनाव आयोग ने कारण बताओं नोटिस में कहा है कि अगर निर्धारित समय के अंदर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलती है, तो यह माना जाएगा कि AAP को इस मामले में कुछ भी नहीं कहना है. इसके बाद चुनाव आयोग इस मामले में उचित कार्रवाई या फैसला लेगा.


पीएम मोदी के खिलाफ अपमान जनक टिप्पणी को लेकर 10 नवंबर को भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग का रुख किया था. इसमें आप के खिलाफ पीएम मोदी को निशाना बनाते हुए अस्वीकार्य और अनैतिक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए कार्रवाई की मांग की थी.


बता दें कि 8 नवंबर को AAP के सोशल मीडिया हैंडल से एक्स (X) पर उद्योगपति गौतम अडानी और प्रधानमंत्री मोदी की एक वीडियो शेयर की थी. इसके अगले दिन पार्टी ने अडानी और मोदी की तस्वीर शेयर की थी और आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री उद्योगपतियों के लिए काम करते हैं न कि लोगों के लिए.


इस पर भाजपा डेलिगेशन ने चुनाव आयोग का रुख किया. इस डेलिगेशन में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, राज्यसभा सांसद अनील बलुनी और बीजेपी नेता ओम पाठक शामिल थे. हरदीप सिंह पुरी ने चुनाव आयोग के सामने इस मुद्दे को उठाने के बाद कहा था कि आम आदमी पार्टी ने अपने आधिकारिक हैंडल से एक वीडियो और दो ट्वीट (X पर पोस्ट) पोस्ट किए हैं, जिसमें उन्होंने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार के प्रमुख के बारे में बहुत अस्वीकार्य, निंदनीय और अनैतिक बातें कही हैं. हरदीप सिंह पुरी ने निशाना साधते हुए इसे AAP की गिरी हुई राजनीति करार दिया था.


प्रियंका गांधी के खिलाफ भी जारी हुआ कारण बताओ नोटिस
वहीं प्रियंका गांधी को भी मंगलवार को चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ असत्यापित और गलत बयान देने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है. बता दें कि मध्य प्रदेश के सांवेर विधानसभा क्षेत्र में एक सार्वजनिक रैली के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा ने कथित तौर पर आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने पीएसयू भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) को अपने उद्योगपति मित्रों को दे दिया है. इस पर भाजपा डेलिगेशन ने चुनाव आयोग का रुख किया और प्रियंका गांधी पर निराधार और झूठा दावा करने का आरोप लगाया था.