Delhi News: दिल्ली में कंस्ट्रक्शन साइट से बड़े- बड़े पेड़ों को उखाड़कर फिर से पुनर्जीवित करने का काम कर रहा है. वन विभाग घिटोरनी के जंगलों मे हजारों पेड़ लगा रहा है.
Trending Photos
Delhi News: दिल्ली के वातावरण को शुद्ध और जंगलों को और ज्यादा हरा भरा बनाने की नियत से वन विभाग इन दिनों जी जान से जुटा हुआ है, जहां पहले किसी भी कंस्ट्रक्शन साइट पर बड़े-बड़े पेड़ पौधों को काट दिया जाता था. वहीं अब वन विभाग उन पेड़ों को काटकर नहीं, बल्कि उनकी ट्रांसप्लांट कर उन पेड़ों को मशीन से जड़ सहित उखाड़कर दिल्ली के विभिन्न जंगलों में फिर से लगा रही है.
ये भी पढ़ें: IPL 2024 में Cummins को पीछे छोड़ Starc ने ऑक्शन में मारी बाजी, बने इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी
हम आपको रजोकरी जंगल की तस्वीरें दिखा रहे हैं. यहां सबसे पहले आप देखिये कि इस जंगल मे ज्यादातर कीकर के पेड़ हैं. जिनसे न तो कोई ज्यादा पर्यावरण को फायदा होता है और उल्टे इस पेड़ में कांटे होने के कारण जंगल के जीव जंतुओं को नुकसान होता है. इस जंगल मे जंगली जानवर विचर रहे हैं. वन विभाग इन कीकर के पेड़ को हटाने का फैसला लिया और उन जगह पर इस तरह के पेड़ों को लगाकर पुनर्जीवित करने का फैसला लिया.
घिटोरनी के जंगलों में अभी तक हजारों पेड़ लगाए जा चुके हैं और अभी भी ये काम जारी है. सबसे पहले जहां से पेड़ उखड़ रहे हैं. वहां उसकी ट्रांसप्लांट की जाती है और उसके जड़ को प्लास्टिक के बड़े से थैले के साथ रस्सी से बांधा जाता है ताकि जड़ सूखे नहीं, फिर उसे क्रेन के सहारे ट्रक पर लादा जाता है और फिर उसे जहां लगाना है, वहां ले जाया जाता है. उसके बाद वहां जेसीबी मशीन से पेड़ों के मोटाई के हिसाब से गड्ढा किया जाता है और उसमें गोबर नीम की खल्ली एवं खाद रखा जाता है और तब क्रेन से पेड़ को ट्रक से उतारकर इस गढ्ढे मे लगाया जाता है.
उसके बाद मिट्टी से दबाकर पानी दिया जाता है. वन विभाग केवल इन पेड़ों को लगा ही नहीं रही है, बल्कि उसकी देखभाल भी कर रही है, ताकि पेड़ जल्द से जल्द लग जाए और अपने रंग रूप में आ जाए. आप जितने भी पेड़ यहां लगे हुए देख रहे हैं, उन सभी पेड़ों पर पहले से वन विभाग द्वारा नंबरिंग की हुई है. इससे साफ है कि वन विभाग उन्हीं पेड़ों को यहां लाकर लगा रही है, जो पेड़ काफी पुराने है और उनकी उम्र अभी बाकि है. इन पेड़ों में पीपल, सेमर, अशोक एवं अन्य तरह के पेड़ शामिल हैं.
Input: Mukesh Singh