Delhi News: गोपाल राय ने बाढ़ ग्रसित इलाकों का किया दौरा, लोगों से की ये अपील
Delhi News: पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने यमुना नदी से सटे प्रधान एन्क्लेव पुस्ता, बुराड़ी स्थित राहत शिविरों का जायजा लिया. साथ ही इससे जुड़े अधिकारियों को दिशा- निर्देश दिए.
Delhi News: हरियाणा के हथिनी कुंड से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से दिल्ली में बाढ़ के हालात बन गए हैं. यमुना के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर आज पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने यमुना नदी से सटे प्रधान एन्क्लेव पुस्ता, बुराड़ी स्थित राहत शिविरों का जायजा लिया. साथ ही यमुना के किनारे बुराड़ी पुस्ता से पल्ला तक और रास्ते में हिरंकी , रमजान पुर, मोहम्मदपुर आदि गांव के पास की स्थिति का भी जायजा लिया. हालातों को देखते हुए सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों को सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए. उन्होंने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को यमुना के बढ़ते जलस्तर पर त्वरित कार्रवाई के लिए निर्देश जारी किये. साथ ही राहत शिविरों में ठहरे शरणार्थियों के लिए रहने, खाने-पीने, शौचालय, मेडिकल सहित सभी जरूरी सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को दिल्ली के अलग-अलग जिलों में बने शिविरों में स्थानांतरित किया जा रहा है. इस अवसर पर विधायक संजीव झा और दुर्गेश पाठक भी मौजूद रहे.
गोपाल राय ने लिया जायजा
स्थिति का जायजा लेने के बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया की पिछले तीन दिनों से दिल्ली में बारिश नहीं हो रही है, लेकिन हथिनिकुंड बैराज से लगातार लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिसके कारण 1978 के बाद पहली बार दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है और आपदा की इस परिस्थिति में केजरीवाल सरकार ने हर तरह के खतरे से निपटने के लिए कमर कस ली है. बाढ़ के हालातों को देखते हुए आज हमने यमुना से सटे प्रधान एन्क्लेव पुस्ता, बुराड़ी स्थित राहत शिविर का जायजा लिया है. साथ ही राहत और बचाव कार्यो की तैयारियों की समीक्षा भी की गई है. यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए यहां सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के लिए निर्देश जारी दिए गए हैं.
ये हमारी जिम्मेदारी है
उन्होंने बताया की आपदा प्रभावित लोगों के लिए सरकार के रूप में हमारी जिम्मेदारी है की इससे प्रभावित होने वाले लोगों की मदद करें और उन्हें हर जरुरी सुविधाएं मुहैया करवाएं. इसी के चलते बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालने और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का कार्य तेजी से चल रहा है. केजरीवाल सरकार द्वारा आपदा प्रभावित लोगों के लिए करीबन 2700 राहत शिविरों की सुविधाएं उपलब्ध की गई हैं. इन शिविरों में लोगों के रहने की, खाने-पीने, मेडिकल सहित अन्य तमाम व्यवस्था सुनिश्चित करने के अधिकारियों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं. साथ ही जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी टीमें अलर्ट पर रहें और जरुरत पड़ने पर अतिरिक्त टीमें तैनात की जाएं.
जान जोखिम में न डालें
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि, दिल्ली में यमुना के बढ़ते जलस्तर के कारण काफी पानी सड़कों तक भी पहुंच गया है, ऐसे में मैं दिल्लीवासियों से अपील करता हूं की वह यमुना से सटे इलाको वाली सड़कों के उपयोग से बचें. साथ ही देखा जा रहा है कि बाढ़ देखने के लिए भी लोग घर से बहार निकल रहे हैं, ऐसे में उनसे गुजारिश है की सरकार का साथ दें और बेवजह अपने घरों से न निकले. सरकार की ओर से राहत व बचाव के लिए बेहद पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं, लेकिन आपदा की इस घड़ी में अपनी जान को जोखिम में न डालें.