Delhi News: शाहदरा जिले के स्पेशल स्टाफ एवं थाना आनंद विहार पुलिस द्वारा आनंद विहार क्षेत्र में क्रॉस रिवर मॉल के पास बंदूक की नोंक पर दिनदहाड़े डकैती के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया. उसके पास से दो मोटरसाइकिल, एक देशी पिस्तौल और तीन कारतूस बरामद किए हैं. गिरफ्तार आरोपी की पहचान बिजेन्द्र उर्फ ​​ब्रिजेश सिंह के रूप में हुई है.


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12 दिसंबर को शिकायतकर्ता राजेंद्र अग्रवाल नहीं बताया कि सुबह लगभग 11 बजकर 45 बजे वह अपने रिश्तेदारों के साथ अपने घर से निकले थे. उनके कार्यालय कृष्णा नगर से क्रॉस रिवर मॉल के सामने रोड पर पहुंचे तो अचानक एक सफेद रंग की होंडा सिटी कार ने उसका रास्ता रोक लिया. चार लड़कों ने उसकी कार को कवर किया और रुपयों से भरा हैंडबैग बंदूक की नोक पर लूट लिया, जिसमें लगभग 60 हजार रुपये, एक छोटा सूटकेस, दो लैपटॉप और कार की चाबी ले गए.


थाना आनंद विहार ने आईपीसी धारा आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई. मामले की संवेदनशीलता और गंभीरता को ध्यान में रखते हुए, स्पेशल स्टाफ और थाना आनंद विहार के संयुक्त टीम को मामले सुलझाने का जिम्मा सौंपा गया है.


टीम ने घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया और सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से अपराधियों का पीछा किया. सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि चार लोगों ने अपराध को अंजाम दिया है और उन्होंने अपराध को अंजाम देने में दो बाइक और एक होंडा सिटी कार का इस्तेमाल किया है. दो आरोपी हथियार लेकर जा रहे थे. आगे की जांच में पता चला कि होंडा सिटी थाना क्षेत्र के शिप्रा सन सिटी से चोरी हुई है. अपराध में इस्तेमाल होंडा सिटी कार और मोटरसाइकिलों पर नंबर प्लेटें फर्जी पाई गईं. मोटरसाइकिल की एक नंबर प्लेट भी शिप्रा सन सिटी मॉल से चुराई गई थी.


आरोपी व्यक्तियों को पकड़ने के लिए टीम ने 80 किलोमीटर के दायरे में 400 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे जांच किए गए. टीम ने सभी आरोपी व्यक्तियों की पहचान की.
यह भी पता चला है कि सभी आरोपी शातिर अपराधी हैं और वे उत्तर प्रदेश, हरियाणा और अन्य राज्यों के मामलों में वांछित थे. यह भी पता चला कि ये अपराधी फोन का इस्तेमाल नहीं करते और दूसरे राज्यों की पुलिस की लगातार छापेमारी के कारण घर पर नहीं रह रहे हैं. इसलिए टीम ने स्थानीय मुखबिरों की मदद ली और लगातार 5 दिनों तक आरोपी ब्रिजेश के घर के पास जाल बिछाया और आखिरकार आरोपी ब्रिजेश को गिरफ्तार कर लिया.


पूछताछ के दौरान आरोपी ब्रिजेश ने खुलासा किया कि वह अपराध के जरिए ही अपनी आजीविका चलाता है. उसने तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर एक गिरोह शुरू किया. कथित व्यक्ति में से एक उसका रिश्तेदार है और वह उसके माध्यम से अन्य दो व्यक्तियों से मिला. उन्होंने आसान पैसे के लिए डकैती करना शुरू कर दिया. वे ट्रांस यमुना क्षेत्र में सक्रिय हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा.


मामले में उन्हें शिकायतकर्ता के एक पूर्व कर्मचारी के माध्यम से जानकारी मिली, जो अन्य आरोपियों को जानता है. उन्हें जानकारी थी कि उन्हें करीब 50 लाख रुपये मिल सकते हैं. उन्होंने 25 दिनों तक शिकायतकर्ता के घर और ऑफिस की रेकी की. उन्हें जानकारी थी कि रविवार को उन्हें ज्यादा कैश मिल सकता है. 10 दिसंबर को वे लूटने आये, परन्तु उनकी योजना सफल नहीं हो सकी.


Input: Raj Kumar Bhati