Delhi News: सूचना एवं प्रचार मंत्री आतिशी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तस्वीर के बिना अखबार में विज्ञापन जारी करने के लिए विभाग के सचिव और निदेशक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. नोटिस में अधिकारियों से तीन दिनों के अंदर यह बताने को कहा गया है कि विज्ञापन की लागत उनके वेतन से क्यों नहीं वसूली जानी चाहिए, क्योंकि वे विज्ञापन मंत्री की मंजूरी के बिना प्रकाशित किए गए थे. 


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क्या है पूरा मामला
बीते 12 अगस्त को मंत्री आतिशी ने 15 अगस्त को एक विज्ञापन जारी करने लिए विभाग को पत्र लिखा था, जिसमे सीएम की फोटो के साथ विज्ञापन जारी किया जाना था. 14 अगस्त को एक नोट में सूचना और प्रचार निदेशालय (डीआइपी) ने मुख्यमंत्री की तस्वीर को लेकर आपत्ति जताई कहा गया कि स्वतंत्रता दिवस किसी अन्य त्योहार की तरह नहीं है. खासकर अभूतपूर्व परिस्थितियों में जब व्यक्ति जेल में है, जो कानून की उचित प्रक्रिया के अनुसार न्यायिक हिरासत में है. इसके बाद बिना सीएम केजरीवाल की तस्वीर के विज्ञापन जारी कर दिया गया. विज्ञापन में सिर्फ तिरंगे की फोटो लगाई गई थी.


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संजय सिंह ने भी उठाए सवाल
विज्ञापन में सीएम केजरीवाल की फोटो नहीं छपने पर AAP सांसद संजय सिंह ने भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं, उनकी फोटो विज्ञापन में क्यों नहीं है. क्या ये प्रश्न पूछना गुनाह है?


21 मार्च को गिरफ्तारी
दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में सीएम केजरीवाल के 21 मार्च को ED ने गिरफ्तार किया था. वहीं 26 जून को CBI ने सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया. ED मामले में सीएम को अंतरिम जमानत मिल चुकी है, लेकिन CBI मामले में जमानत नहीं मिलने की वजह से वो जेल में हैं.  


Input- Davesh Kumar