नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के पांडव नगर इलाके में लगातार तीसरे दिन भी मिले मानव शरीर के कटे हुए अंग, पैर के बाद सर और  तीसरे दिन मीले कटे हुए हाथ हत्यारा रोज अलग अंग फेंक कर पुलिस को चुनौती, जो अब पुलिस के लिए सिर दर्द बन गया है. पुर्वी दिल्ली में हत्यारे किस कदर बेखौफ है इसका अंदाजा पांडव नगर में लगातार मिल रहे मानव शरीर के कटे अंग से बयां हो रहा है.


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पांडव नगर थाना इलाके में चांद सिनेमा के सामने झाड़ियों में 3 दिन से लगतार मानव अंग मिल रहे है. बीते सोमवार को झाड़ियों में आधकटी लाश मिली जिसका ऊपर का हिस्सा गायब था. अधकटी लाश मिलने से थाने के पुलिस कर्मियों से लेकर आला अधिकारियों तक सब सकते में है. अधकटी लाश मिलने के बाद पुलिस जांच में जुटी और झाड़ियों का कोना-कोना छान मारा, लेकिन शरीर का बाकी हिस्सा पुलिस के हाथ नहीं लगा.


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जानकारी के मुताबिक दिल्ली के तमाम थानों में अधकटी लाश की सूचना भेज दी गई है, लेकिन अभी तक पुलिस जांच शुरू हुए 48 घंटे भी नहीं बीते थे कि उसी जगह पर पुलिस को कटा सर बरामद हुआ है जबकि पहले दिन पुलिस इस जगह के चप्पे चप्पे को खंगाल चुकी थी. आनन-फानन में DCP प्रियंका कश्यप भी मौके पर पहुंची और जांच की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ दिया.


जबकि, पुलिस के सामने शरीर के अंगों को पहचाने की सबसे बड़ी की चुनौती सामने आई थी. इसके बाद बेखौफ हत्यारे ने तीसरे दिन पुलिस को चुनौती देते हुए कटे हाथ फेक दिए जिसके बाद पुलिस के माथे पर पसीना आ गया. इतना ही नहीं पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे. लगतार शरीर के कटे अंग मिलने के बाद भी पुलिस को मौके पर तैनात नहीं किया गया और हत्यारे ने फिर कटे अंग फेक दिए.


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देखते ही देखते तीसरे दिन कटे अंग मिलने की खबर आग की तरह पुलिस महकमे और मीडिया में फैल गई जिससे आशंका जताई जा रही है कि जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर जल्द ही गाज गिर सकती है. पुलिस इस पूरे मामले में कहीं ना कहीं अपने आप को कमजोर कड़ी जरूर मान रही है. मगर साथ ही दावा भी कर रही है कि हम इस मामले को जल्दी ही सुलझा लेंगे. आस-पास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों के अंदर दहशत बनी हुई है.


महिलाओं का कहना है कि इतने डरे हुए हैं कि अपने बच्चों को जरूरी काम से भी बाहर नहीं जाने दे रहे हैं. खास तौर पर बेटियों के लिए तो चिंता ज्यादा बनी हुई है. DCP प्रियंका कश्यप ने दबी जुबान में यह जरूर माना कि यह कातिल जो मानव अंग प्रतिदिन कहीं ना कहीं किसी जगह पर रखकर जा रहा है वह उनके लिए एक चुनौती का सबब है.


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