नई दिल्ली : आउटर जिले की एटीएस पुलिस टीम ने गैंगस्टर नीरज बवानिया के नाम पर रंगदारी मांगने के आरोप में जिम मालिक समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया. आरोपियों ने पीड़ित परिवार से एक करोड़ की फिरौती मांगी थी. पुलिस ने आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल चोरी का मोबाइल और कार बरामद की है. दिल्ली पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी से 3 आपराधिक मामले सॉल्व करने का दावा किया है. 


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बाहरी जिला की एंटी ऑटो थेफ्ट स्टाफ ने उन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया. गैंग का किंगपिन पंकज नाम का एक जिम मालिक है. पूछताछ में पता चला कि लॉकडाउन में उस पर लाखों रुपये का कर्ज हो गया था, जिसकी भरपाई करने के लिए उसने साथियों के साथ मिलकर रिश्तेदारों से पैसे ऐंठने की साजिश रची.


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आरोपियों ने रंगदारी मांगने के लिए हरियाणा से दो मोबाइल लूटे थे. आरोपियों की पहचान पंकज और शशि के रूप में हुई है. दोनों आरोपी बसाना, ब्लॉक कलानौर (रोहतक) के रहने वाले हैं. जिला पुलिस उपायुक्त समीर शर्मा ने बताया कि बीते 24 अगस्त को मीराबा बाग के रहने वाले सचिन नागवान ने पश्चिम विहार ईस्ट में रंगदारी मांगने की एफआईआर दर्ज करवाई थी.


सचिन ने बताया था कि विभिन्न अंतरराष्ट्रीय नंबरों से पिछले तीन दिनों से धमकी व जबरन वसूली के कॉल आ रहे हैं. कॉलर गैंगस्टर नीरज बवाना के नाम पर एक करोड़ रुपये मांग रहे हैं. इसके बाद शिकायतकर्ता और उसके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस को तैनात किया गया.  स्थानीय पुलिस के साथ साथ एएटीएस सेल की टीम भी आरोपियों की धड़पकड़ की कोशिश कर रही थी.



इस बीच शिकायतकर्ता को दो घरेलू नंबरों से भी धमकी और रंगदारी के कॉल आए. ये दोनों नंबर हरियाणा के धारूहेड़ा में दो अलग-अलग कारों से लूटे गए थे. जिनकी एफआईआर वहां पर दर्ज हैं. 8 सितंबर को तकनीकी जांच के दौरान पंकज के बैंक खातों आदि के बारे में जानकारी ली गई. 12 सितंबर को पुलिस ने कलानौर से गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से एक कार बरामद की गई, जिसका इस्तेमाल 27 अगस्त को बिलासपुर चौक धारूहेड़ा में फोन लूटने में किया गया था. पंकज की निशानदेही पर उसके साथी शशि को भी गिरफ्तार कर लिया.


अमीर रिश्तेदार को बनाया शिकार 


पूछताछ करने पर पता चला कि पंकज पर 90 लाख रुपये का कर्ज हो गया था, जिसके बाद वह मानसिक रूप से तनाव में आ गया था.  इसलिए उसने अपने साथी शशि उर्फ राहुल और संजू के साथ मिलकर गैंगस्टर नीरज बवाना के नाम पर लोगों को धमकाकर रंगदारी वसूलने की साजिश रची. इसके लिए उन्होंने ऐसे लोगों की पहचान की, जो अमीर हैं और जो आसानी से मोटी रकम चुका सकते हैं. आरोपियों ने साजिश रची कि उनका एक रिश्तेदार जो दिल्ली में रहता है. एक संपन्न परिवार से है.


ग्लोबल वॉयस कॉल इंस्टॉल कर किया फोन 


शुरुआत में उसने अपने आईफोन में एक एप्लिकेशन ग्लोबल वॉयस कॉल इंस्टॉल किया और अपने रिश्तेदार को फोन किया और गैंगस्टर नीरज बवाना के नाम पर 1 करोड़ रुपये मांगे अपने फोन का इस्तेमाल करने पर पकड़े जाने का डर था, इसलिए उसने साथियों के साथ एक फोन छीनने का फैसला किया. गुरुग्राम में छीने गए फोन से उसने रंगदारी मांगी. वे उसे दो दिन तक फोन करते रहे, लेकिन शिकायतकर्ता ने उसे पैसे नहीं दिए. इसके बाद आरोपियों ने गुरुग्राम के पास बिलासपुर से एक और मोबाइल छीन लिया।