Delhi News: दिल्ली के थाना ज्योति नगर में एक मेडिकल संचालक ने रोहतास नगर के विधायक के खिलाफ जबरन वसूली का केस दर्ज करवाया है. शिकायतकर्ता की अप्रैल में पुलिस को दी गई शिकायत में आरोप था कि विधायक ने उसपर झूठा आरोप लगाकर केस दर्ज करवाया था. उसकी आड़ में जबरन वसूली का दबाव बनाया जा रहा था. उसकी शिकायत पर अब जाकर जबरन वसूली की धारा में केस दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. शिकायतकर्ता बसंत गोयल का दुर्गापुरी में बसंत गोयल नाम से एक मेडिकल स्टोर है. पुलिस को दी गई शिकायत में मेडिकल संचालक ने आरोप लगाया था कि भाजपा के विधायक जितेंद्र महाजन से उनके पारिवारिक संबंध थे. विधायक ने अपने बीमार पिता के लिए उनके स्टोर से डॉक्टरों की पर्ची दिखाकर साढ़े छह लाख रुपये की कैंसर की दवाईयां दी थी.


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इलाज के दौरान उनके पिता की मौत हो गई थी. पिता की मौत के बाद विधायक ने उसके खिलाफ नकली दवा बेचने का आरोप लगाते हुए थाने में केस दर्ज करवाया. आरोप लगाया कि विधायक उससे दो करोड़ रुपये वसूलना चाहते थे. उसपर दबाव बनाने के लिए गत सात फरवरी को गोलियां भी चलवाई गई थी. सूत्रों का कहना है कि पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारियों के कहने पर विधायक के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. बता दें कि कारोना काल में रेमडिसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के आरोप में सीबीआई ने मेडिकल संचालक को गिरफ्तार किया था.


विधायक जितेंद्र महाजन ने मेडिकल संचालक बसंत गोयल के खिलाफ साल 2022 में ज्योति नगर थाने में एक शिकायत दी थी. आरोप लगाया था कि उनके पिता कृष्ण महाजन कैंसर से पीड़ित थे. दिसंबर 2021 में एक डॉक्टर की सलाह पर कैंसर से बचाव का इंजेक्शन 2.35 लाख रुपये में गोयल मेडिकल से खरीदा था. इंजेक्शन लगने के बाद फरवरी 2022 में उनके पिता की मौत हो गई थी. उन्होंने इंजेक्शन बनाने वाली कंपनी से ईमेल से संपर्क किया तो पता चला उनके पिता को जिस बैच का इंजेक्शन लगा है वह भारत के बजाय दूसरे देशों के लिए बना था.


विधायक की शिकायत पर पुलिस ने एक साल के बाद अप्रैल 2023 में मेडिकल संचालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत विभिन्न धाराओं में एफआईआर करवाई थी. रोहतास नगर के विधायक जितेंद्र महाजन ने कहा कि जो दवाई कंपनी ने बनाई ही नहीं वह इंडिया आई कैसे और जो दवाई गोयल मेडिकल ने मुझे दी वह दवाई डुप्लीकेट थी और इसी तरह के दिल्ली पुलिस ने कुछ अवैध मेडिसिन रैकेट को गुरुग्राम और लोनी इलाकों से पकड़ा है. जिनके पास खासतौर पर करोड़ों रुपए की नकली कैंसर की दवाइयां ही मिली है तो क्या गोयल मेडिकल और नकली दवाई बनाने वाले का आपस में कोई कनेक्शन तो नही है. मैं नकली दवा बेचने वालों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा हूं. मेरे ऊपर फर्जी केस दर्ज किया गया है, इससे मैं डरने वाला नहीं हूं. कैंसर की नकली दवा बेचने वालों के खिलाफ आवाज बुलंद रखूंगा. अगर मैं गलत हूं तो हर सजा काटने को तैयार हैं.


Input: राज कुमार भाटी