Delhi News: दिल्ली में बुधवार को एक परिवार के लिए खुशी का दिन था, जब उनका दो साल से लापता बेटा उनके पास लौट आया. यह घटना उस दिन हुई जब बच्चा अपने जन्मदिन पर परिवार से मिला. इस घटना ने न केवल परिवार की खुशियों को वापस लाया, बल्कि यह एक उम्मीद की किरण भी बन गई है कि लापता बच्चों को ढूंढा जा सकता है. 


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बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह बच्चा 15 फरवरी 2023 की रात को घर से लापता हुआ था. उसकी मां ने 17 फरवरी को एनआईए थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. इस रिपोर्ट के बाद से पुलिस ने बच्चे की तलाश शुरू की. 


पुलिस की मेहनत
डिप्टी पुलिस कमिश्नर (बाहरी उत्तर) निधिन वलसन ने कहा कि एनआईए पुलिस स्टेशन के स्टाफ ने दृढ़ निश्चय के साथ मामले की जांच की. उन्होंने आस-पास के इलाकों, बस टर्मिनलों, रेलवे स्टेशनों, अस्पतालों और आश्रय गृहों में व्यापक तलाशी ली. हालांकि, प्रारंभिक प्रयासों के बावजूद बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला. 


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अपने जन्मदिन के दिन घरवालों से मिला बच्चा
3 दिसंबर को पुलिस को सफलता मिली जब बच्चा गाजियाबाद के गोविंदपुरम में घरौंदा स्पेशलाइज्ड एडॉप्शन एजेंसी में मिला. बच्चे की पहचान उसके माता-पिता ने की और सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसे वापस भेज दिया गया. यह परिवार के लिए एक बेहद भावनात्मक क्षण था, खासकर क्योंकि यह बच्चे का जन्मदिन भी था.


गाजियाबाद में एक और मामला
हाल ही में, गाजियाबाद में 31 साल पहले किडनैप हुआ एक युवक भी अपने परिवार के पास लौटा था. हालांकि, उसकी कहानी में एक ट्विस्ट आ गया है क्योंकि वह देहरादून में भी एक परिवार के साथ खोया हुआ बेटा बनकर रह चुका है. वहीं साहिबाबाद पुलिस कथित राजू की असली पहचान का पता लगाने में जुटी है. राजू ने दो परिवारों के साथ यह कहानी गढ़ी है, जिससे उसकी सच्चाई पर सवाल उठ रहे हैं।