Delhi Scrap Policy: राजधानी दिल्ली में सड़कों से प्रदूषण फैलाने वाली गाड़ियों को हटाने का अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों से पुराने हो चुके 2 पहिया, 3 पहिया और 4 पहिया वाहनों को जब्त किया जा रहा है. दिल्ली नगर निगम ने गलियों और सड़कों से पुराने हो चुके वाहनों को उठाने के लिए कबाड़ से संबंधित सिविक एजेंसी के साथ कांटेक्ट किया है. निगम अधिकारियों का कहना कि है अब तक पूर्वी दिल्ली के शाहदरा साउथ जोन के तहत 350 गाड़ियों को जब्त किया जा चुका है, जिसे सम्बंधित कबाड़ एजेंसी स्क्रैप के लिए प्रीतमपुरा स्थित गोदाम ले जा रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: हार्ट अटैक से Raju Srivastav की मौत, जानें इसके क्या है कारण और लक्षण


दिल्ली नगर निगम शाहदरा साउथ जोन के ऐसी रूबल सिंह ने बताया कि नगर निगम द्वारा 10 साल से पुरानी और 15 साल से पुरानी डीजल, पेट्रोल की गाड़ियों को एनजीटी के निर्देश पर सड़कों और गलियों से जब्त किया जा रहा है. वहीं उन्हें संबंधित एजेंसी प्रीतमपुरा गोडाउन स्क्रैप के लिए इकठ्ठा कर रहे है.


बता दें कि दिल्ली में मियाद पूरी कर चुके वाहनों को परिवहन विभाग जब्त कर स्क्रैप करेगा. प्रतिबंध के बावजूद सड़कों पर 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहन चल रहे हैं. इसके खिलाफ प्रशासन द्वारा सख्ती की जाएगी. वहीं  गलियों, घर के आसपास या पार्किंग में भी लंबे समय से रखे गए वाहनों पर भी बाद में कार्रवाई की जाएगी.


दिल्ली में ऐसे वाहन जिनका समय पूरा हो चुका है वो 1 या 2 लाख नहीं करीब 20-25 लाख है. इस विशेष अभियान के तहत विभाग ने 82 टीम बनाई हैं. टीम की नजर दिल्ली के सभी क्षेत्रों में कबाड़ वाहनों पर पैनी निगाह रहेगी.


बता दें कि विभाग यह कार्रवाई इसलिए कर रहा है ताकी पुराने वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर काबू पाया जा सके. परिवहन विभाग के एक आला अधिकारी ने बताया कि एक सितंबर से विशेष अभियान शुरू किया जाएगा. वाहनों को स्क्रैप करने के लिए दिल्ली में करीब 10 अधिकृत एजेंसियां हैं.


बता दें कि 10-15 साल बाद वाहनों का पंजीकरण रद्द कर दिया जाता है. इसके बाद वाहन सड़कों पर चलने की इजाजत नही हैं. वहीं वाहनों को स्क्रैप कराने के बाद एक सर्टिफिकेट भी दिया जाता है. वहीं इसके आधार पर आपको नए वाहन खरीदने के दौरान छूट भी दी जाती है.