नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज विदेशों से ट्रेनिंग लेकर आए शिक्षकों से संवाद किया. सीएम ने उनसे जानने की कोशिश की कि आखिरकार ट्रेनिंग के बाद उनमें कितना बदलाव आया. जी मीडिया से बातचीत के दौरान शिक्षकों ने बताया कि ट्रेनिंग के बाद किस तरीके से उन्होंने शिक्षा में क्रांति लाने का काम किया है. उन्होंने बताया कि अगर शिक्षा बेहतर करनी है तो टीचरों की ट्रेनिंग बेहद महत्वपूर्ण है. अगर उनकी ट्रेनिंग कैंब्रिज, फिनलैंड या सिंगापुर में होती है तो टीचरों में और ज्यादा निखार आता है. ट्रेनिंग से वापस आकर शिक्षक बच्चों को और बेहतर शिक्षा देने में कामयाब हो रहे हैं, जिससे शिक्षा में बदलाव ही नहीं बल्कि शिक्षा पद्धति में भी बदलाव होता नजर आता है. 


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टीचर्स का कहना है कि ट्रेनिंग से उनका कॉन्फिडेंस लेवल ही नहीं बढ़ता है बल्कि वह बच्चों को बेहतर शिक्षा देने में अहम भूमिका भी निभा पाते हैं. इधर सीएम केजरीवाल ने एक बार फिर फिनलैंड में शिक्षकों की ट्रेनिंग को लेकर एलजी वीके सक्सेना पर निशाना साधा है. शिक्षकों से संवाद के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि विदेशों से ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद दिल्ली के शिक्षकों ने शिक्षा में क्रांति लाने का काम किया है.


हम लगातार अपने शिक्षकों को विदेश ट्रेनिंग के लिए भेजते हैं. दिल्ली में एजुकेशन मॉडल को बेहतर करने में टीचर्स की अहम भूमिका है और उनमें ये बदलाव विदेश में ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद आया है. हमारा लगातार प्रयास है कि हम अपने  टीचर्स को विदेश भेजें, ताकि वह बेहतर ट्रेनिंग लेकर आए और यहां एजुकेशन मॉडल को और बेहतर करें. हमारी एलजी साहब से रिक्वेस्ट है कि वह दिल्ली के शिक्षकों को फिनलैंड जाने से न रोकें, क्योंकि यह दिल्ली के गरीब बच्चों के भविष्य का सवाल है. सीएम ने कहा कि हम अपने टीचरों को फिनलैंड भेजकर ही रहेंगे. उन्हें विदेश में ट्रेनिंग लेने से कोई रोक नहीं सकता.