Delhi Flood: दिल्ली में फिर होगा जलप्रलय! यमुना के बढ़ते जलस्तर की बीच बढ़ी लोगों की चिंता
Delhi Yamuna Floods: खतरे के निशान से नीचे बह रही यमुना का जलस्तर एक बार फिर बढ़कर 205.96 मीटर तक पहुंच गया है, जिसकी वजह से एक बार फिर दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.
Delhi Yamuna Floods LIVE: हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश का असर मैदानी राज्यों में भी दिखना शुरू हो गया है. पहाड़ों में जारी बारिश की वजह से जहां हरियाणा के कई गांवों में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है, वहीं दूसरी तरफ अब दिल्ली में भी खतरा बढ़ गया है. कल तक खतरे के निशान से नीचे बह रही यमुना का जलस्तर एक बार फिर बढ़कर 205.96 मीटर तक पहुंच गया है.
यमुना का जलस्तर
सुबह 08 बजे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर 205.90 मीटर दर्ज किया गया, जो 09 बजे बढ़कर 205.96 मीटर हो गया. वहीं दोपहर तक ये 206 मीटर से ज्यादा हो सकता है.
हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा जा रहा पानी
पहाड़ों में हो रही बारिश की वजह से हथिनी कुंड बैराज में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिसकी वजह से पानी यमुना में पानी डायवर्ट किया जा रहा है. इसके पहले भी हथिनी कुंड बैराज का पानी दिल्ली में आई बाढ़ की वजह बना था, लेकिन बीती 13 जुलाई के बाद से बैराज से कम मात्रा में पानी यमुना में डायवर्ट किया जा रहा था, जिसकी वजह से यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे पहुंच गया था.
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मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने 25 जुलाई तक हिमाचल और उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. अगर इन दोनों राज्यों में भारी बारिश होती है तो दिल्ली में बाढ़ आने की संभावना भी बढ़ जाएगी.
3 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ने से आई बाढ़
बीती 9 जुलाई को हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे 3 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी दिल्ली में छोड़ा जा रहा था, जिसकी वजह से 13 जुलाई को यमुना का जलस्तर बढ़कर 208.66 मीटर तक पहुंच गया. यमुना का जलस्तर बढ़ने से राजधानी के कई इलाके जलमग्न हो गए.
ITO बैराज के गेट खुले
यमुना के बढ़ते जलस्तर के बीच दिल्लीवासियों की लिए राहत भरी खबर ये है कि अब तक ITO बैराज के 5 में से 2 गेट खुल गए हैं और बाकी गेट को खोलने की कोशिश की जा रही है. इसकी वजह से यमुना का पानी काफी तेजी से दिल्ली से बाहर भी निकलेगा और बाढ़ का खतरा कम हो जाएगा.