नई दिल्ली : हरियाणा में यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज (Hathinikun) से करीब 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद से दिल्ली-एनसीआर में यमुना का जलस्तर बढ़ा हुआ चल रहा है. इसे देखते हुए शासन-प्रशासन पूरी तरह चौकसी बरत रहा है.


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दिल्ली में आज सुबह एक बार फिर यमुना का जलस्तर बढ़कर चेतावनी स्तर के पार पहुंच गया. सुबह 9 बजे यमुना का जलस्तर 204.93 मीटर दर्ज किया गया, जिसके 205.25 मीटर पहुंचने की आशंका बनी हुई है. 


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इधर दूसरी ओर नदी में पानी बढ़ने का असर गाजियाबाद के यमुना खादर इलाके में देखने को मिल रहा है. खादर क्षेत्र के खेत बाढ़ के पानी में डूब गए हैं. इतना ही नहीं स्थानीय लोगों के सामने बाढ़ के अलावा एक नई मुसीबत मुंह बाए खड़ी हो गई है. दरअसल यमुना नगर से पानी छोड़े जाने के बाद से कई मगरमच्छ बहकर आ गए हैं. इससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है. 


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लोनी क्षेत्र के पचायरा गांव के किसानों के मुताबिक उन्होंने पिछले दो-तीन नदी में मगरमच्छ दिखाई दे रहे हैं. ग्रामीणों ने एक वीडियो भी बनाया है. इसमें एक मगरमच्छ नदी के बीच एक टापू जैसी जगह पर सुस्ता रहा है. यमुना का पानी खेतों में घुसने के बाद किसान वहां जाने से भी डर रहे हैं.


इसके अलावा बागपत जिले के गांव जागोस, टांडा, सुभानपुर, समेत कई गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. गाजियाबाद प्रशासन ने लोनी क्षेत्र के गांव पचायरा, हरमपुर, अलीपुर, बदरपुर, नौरसपुर में अलर्ट जारी किया है.