Bakrid 2023: ईद मुस्लमानों का सबसे खास त्योहार होता है. यह त्योहार साल में दो बार मनाया जाता है. एक मीठी ईद और एक बकरा ईद. मीठी ईद यानी ईद-अल-फित्र पर मीठा बनाया जाता है उसी तरह ईद-अल-अजहा पर बकरीद मनाई जाती है. बकरीद के दिन बकरे का बलिदान दिया जाता है. बता दें कि ये त्योहार मीठी ईद से  लगभग 65 से 70 दिन के बाद आता है. चलिए जानते हैं कि इस साल ईद-अल-अजहा कब है और इसका क्या महत्व है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कब मनाई जाएगी बकरीद 2023 ( Bakrid 2023 Date)
- इस साल मीठी ईद 22 अप्रैल 2023 को मनाई गई थी. 
- 70 दिन के बाद ईद-अल-अजहा यानी बकरीद मनाई जाती है. 
- बकरीद का त्योहार 28 जून को मनाया जाएगा. 


3 दिन तक मनाया जाता है ये त्योहार
ईद-अल-अजहा यानी बकरीद के दिन इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग हर्ष और उल्लास के साथ त्योहार को मनाते हैं. इस दिन सभी लोग नए कपड़े पहनते हैं और मस्जिद में साथ मिलकर सब ईद की नमाज अदा करते है. बकरीद का त्योहार 3 दिन तक मनाया जाता है. ये त्योहार 28 जून से लेकर 30 जून तक मनाया जाएगा. 


ये भी पढ़ें: Jyeshtha Purnima 2023: पूर्णिमा के दिन घर में लाएं ये 3 चीजें, मां लक्ष्मी की कृपा से आर्थिक तंगी हो जाएगी दूर


क्यों की जाती है हज की यात्रा (Hajj Yatra 2023)
इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग इस महीने में हज करने साऊदी और मक्का जाते हैं. इस्लाम धर्म में इसको सबसे पाक यात्रा मानी जाती है. हज करने वाले लोग यहां एक समूग में हज करते हैं और नमाज पढ़ते हैं. रमजाम के महीने में सबसे ज्यादा यहां लोग हज करने आते हैं. 


किस तरह से मनाई जाती है बकरीद?
ईद-अल-अजहा को कु्र्बानी का त्योहार कहा जाता है. इस त्योहार को तीन दिन तक तीन हिस्सों में मनाया जाता है. पहले दिन दोस्तों और रिश्तेदारों, दूसरे दिन जरूरतमंदों और तीसरे दिन परिवार के साथ मनाया जाता है.