Kalasarpa Dosha Remedies: ज्योतिष शास्त्र में मांगलिक योग की तरह ही कालसर्प योग भी बेहद अशुभ माना जाता है. जिस किसी के भी कुंडली में कालसर्प योग मौजूद होता है, उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र में इसे कालसर्प योग को दूर करने के लिए सावन का महीना सबसे ज्यादा उपयुक्त बताया गया है, ऐसी मान्यता है कि इस महीने कुछ उपायों को आजमाकर कालसर्प योग के अशुभ प्रभाव को खत्म किया जा सकता है. 


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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब किसी भी व्यक्ति की कुंडली में राहु और केतु के बीच सभी ग्रह आ जाते हैं तब कालसर्प योग बनता है. ऐसे लोगों को राहु-केतु की दशा में कई परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं. 4 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत हो रही है, इसमें कुछ विशेष उपायों को आजमाकर आप कालसर्प योग के दोष दूर कर सकते हैं. 


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कालसर्प योग के दोष दूर करने के उपाय


भोलेनाथ का अभिषेक
कालसर्प योग के बुरे प्रभाव को दूर करने के लिए सावन महीने में रोज सुबह स्नान करने के बाद भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करें. ऐसा करने से इस योग का अशुभ प्रभाव कम होता है. 


तांबे का नाग
सावन के महीने में नागपंचमी का त्योहार आता है, इसमें नाग देवता के पूजन का विधान है. ऐसी मान्यता है कि नागपंचमी के दिन तांबे का नाग बनवाकर शिवलिंग पर चढ़ाने से कालसर्प योग का बुरा प्रभाव खत्म होता है. 


चांदी का स्वास्तिक 
स्वास्तिक को बिघ्नहर्ता भगवान गणेश का प्रतीक माना जाता है, ऐसी मान्यता है कि जो भी व्यक्ति अपने घर के मुख्य दरवाजे पर चांदी का स्वास्तिक लगाता है, उसकी कुंडली से कालसर्प योग का बुरा प्रभाव खत्म हो जाता है और जीवन में सुख-शांति आती है. 
 
चांदी के सर्प का जोड़ा
कालसर्प योग से मुक्ति के लिए चांदी के सर्प के जोड़े बनवाकर उन्हें बहते हुए पानी में छोड़ दें. ऐसा करने से इस योग के बुरे प्रभाव खत्म हो जाते हैं. 


Disclaimer- इस आर्टिकल में दी गई जानकारी और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. ZEE MEDIA इनकी पुष्टि नहीं करता है.