Tirth Yatra Yojana: मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत गुरुवार को 780 बुजुर्गों को लेकर 82वीं ट्रेन दिल्ली से चार धाम में से एक रामेश्वरम के लिए रवाना हुई. यात्रा से पूर्व सभी तीर्थयात्रियों के लिए त्यागराज स्टेडियम में भजन संध्या का आयोजन किया गया. राजस्व मंत्री आतिशी ने यहां पहुंचकर तीर्थ-यात्रियों से मुलाकात की और उन्हें यात्रा टिकट व किट सौंपा. इस मौके राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी आज के श्रवण कुमार है.


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उन्होंने आगे कहा कि अपनी तीर्थ यात्रा योजना के जरिए वो अबतक 81 ट्रेनों के जरिए लगभग 78,000 से अधिक बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा करा चुके है और आगे भी ये सिलसिला नहीं थमेगा. दिल्ली में आपके बेटे अरविंद केजरीवाल ने सोचा कि जैसे ही कोई व्यक्ति वृद्धावस्था में जाता है तो उसके मन में एक इच्छा जागती है कि सारी जिंदगी की मेहनत के बाद मुझे भगवान के धाम जाना है, तीर्थ यात्रा करनी है, लेकिन बहुत से व्यक्ति के पास या तो समय नहीं होता या फिर साधन नहीं होता की वो अपने लिए तीर्थ-यात्रा का इंतजाम कर सके.


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ऐसे में दिल्ली के बुजुर्गों के लिए उनका बेटा बनकर अरविंद केजरीवाल जी आए, जिन्होंने श्रवण कुमार की तरह दिल्ली के हर बुजुर्ग के लिए तीर्थ यात्रा का इंतजाम किया है. मुझे खुशी है कि मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत अबतक 81 ट्रेनों के माध्यम से 78 हजार से अधिक बुजुर्गों को मुख्यमंत्री जी तीर्थ-यात्रा करवा चुके है. राजस्व मंत्री ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि पिछली कई बार से तीर्थ-यात्रा पर जाने वाले बुजुर्गों में 80% से अधिक महिलाएं होती है.


उन्होंने कहा कि ये बेहद अच्छी बात है क्योंकि हमारे समाज में एक महिला अपनी पूरी जिंदगी अपने परिवार की सेवा में लगा देती है और अक्सर महिलाएं खुद को पीछे रखकर अपने परिवार को आगे रखती है. ऐसे में हमारे लिये ये बेहद खुशी की बात है कि जिन माताओं ने अपना पूरा जीवन अपने परिवार की सेवा में लगा दिया हम जिंदगी के इस पड़ाव पर उन्हें तीर्थ-यात्रा पर भेज रहे है.



उन्होंने कहा कि दिल्ली के बुजुर्गों के लिए श्रवण कुमार की भूमिका में मुख्यमंत्री अरविंद  केजरीवाल, अबतक दिल्ली से 81 ट्रेनों के माध्यम से लगभग 78 हजार से अधिक बुजुर्गों को तीर्थ-यात्रा पर भेजा है और उनका वादा है कि चाहे कितनी भी बाधाएं आ जाए, लेकिन वो बुजुर्गों के लिए तीर्थ-यात्रा का सिलसिला रुकने नहीं देंगे और दिल्ली के हर बुजुर्ग की तीर्थ यात्रा करवाएंगे.


राजस्व मंत्री ने तीर्थ-यात्रियों को उनके यात्रा के लिए मंगलकामनाएं दी और अपील करते हुए कहा कि यात्रा के दौरान आप सभी अच्छे से दर्शन करें और ईश्वर से देश और दिल्ली की तरक्की की कामना जरुर करें. उन्होंने तीर्थ-यात्रियों से अपील करते हुए कहा कि आप सभी जब रामेश्वरम पहुंचे तो अपने परिवार के साथ-साथ देश और दिल्लीवालों की सुख समृधि की कामना भी जरूर करें.


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बता दे कि मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत दिल्ली सरकार पिछले दो-तीन वर्षों से अपने बुजुर्गों को देशभर में विभिन्न तीर्थ स्थलों के दर्शन करवाती है. इसी कड़ी में गुरुवार शाम सफदरजंग रेलवे स्टेशन से एक ट्रेन रामेश्वरम धाम के लिए रवाना हुई. इससे पहले, दिल्ली सरकार की ओर से त्यागराज स्टेडियम में एक भजन संध्या का आयोजन किया गया. इसका उद्देश्य तीर्थ यात्रियों को अंतरमन की शांति पाने और आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे साथी यात्रियों के साथ जुड़ने का अवसर प्रदान करना था.


राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि अपनी इस योजना के तहत केजरीवाल सरकार यात्रियों को एसी ट्रेन से भेजती है, उनके लिए एसी होटल बुक करवाती है, समय से खाने-पीने और दर्शन की व्यवस्था करवाती है और एक भी मौका ऐसा नहीं आने देती जहां बुजुर्गों को किसी भी समस्या का सामना करना पड़े. दिल्ली के बुजुर्गों के बेटे के रूप में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी सुनिश्चित करते है कि पूरी यात्रा के दौरान बुजुर्गों के लिए सभी सुविधाओं की व्यवस्था दुरुस्त रहे.


इन तीर्थ स्थलों का दर्शन कराती है केजरीवाल सरकार


दिल्ली सरकार रामेश्वरम्, द्वारकाधीश, सोमनाथ, नागेश्वरम्, जगन्नाथपुरी, बाबा महाकाल, शिरडी में तमकेश्वरम्, तिरुपति बालाजी, अयोध्या, माता वैष्णोदेवी, पुष्कर, फतेहपुर सिकरी, अमृतसर में स्वर्ण मंदिर, करतारपुर साहिब, मथुरा-वृंदावन और हरिद्वार के दर्शन अपने खर्चे पर करवाती है. पात्र यात्री अपनी मन पसंद यात्रा को चुन सकते हैं.


दिल्ली सरकार तीर्थयात्रियों की पूरी यात्रा का उठाती है खर्च


इन यात्राओं में भाग लेने के लिए सभी तीर्थ यात्रियों को ऑनलाइन पोर्टल के जरिए आवेदन करना होता है. आवेदनों की जांच पड़ताल के बाद दिल्ली सरकार इच्छित तीर्थ स्थलों तक उनकी यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए वातानुकूलित ट्रेनों की व्यवस्था करती है. दिल्ली सरकार तीर्थ यात्रियों के उनके घर से रेलवे स्टेशन तक और वापस घर पहुंचाने तक के लिए परिवहन की जिम्मेदारी लेती है.


साथ ही, उनके होटल पहुंचने के बाद तीर्थ स्थलों तक और वहां से स्थानीय यात्रा की व्यवस्था भी करती है. यात्रा के दौरान सभी तीर्थयात्रियों को अच्छे होटलों में रहने के साथ भोजन और नाश्ते की व्यवस्था करती है. इसके अलावा, हर तीर्थयात्री को एक किट दी जाती है, जिसमें बेडशीट, छाता, कंबल, तौलिया और स्नान किट समेत अन्य जरूरी वस्तुएं होती हैं, ताकि उनको यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो.


अब तक दिल्ली के 78 हजार से अधिक बुजुर्ग कर चुके हैं तीर्थ यात्रा


दिल्ली सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत अब तक 81 ट्रेनों के माध्यम से लगभग 78 हजार से अधिक तीर्थयात्री देश के विभिन्न तीर्थ स्थलों की यात्रा कर चुके हैं। इसी योजना के तहत गुरुवार को दिल्ली के 780 बुजुर्गों को लेकर 82वीं यात्रा ट्रेन रामेश्वरम रवाना हुई।


(इनपुटः बलराम पांडे)