Diwali Solar eclipse: हर साल दिवाली (Diwali) का त्योहार पांच दिनो तक मनाया जाता है. धनतेरस (Dhanteras) से शुरू होकर भाई दूज (Bhai Dooj)तक दिवाली की रोनक देखने को मिलती है. मगर इस साल यह त्योहार पांच नहीं बल्कि 6 दिन का मनाया जाएगा. 27 साल बाद ऐसा होगा क्योंकि इस बार सूर्य ग्रहण (Solar eclipse) पड़ रहा है. इससे पहले साल 1995 में दिवाली के मौके पर सूर्य ग्रहण पड़ा था. सूर्य ग्रहण को देश के कई हिस्सों में देखा जा सकेगा. इस साल पहले भी सूर्य ग्रहण पड़ा था लेकिन भारत में उसे देखा गया इसको देखते हुए यह साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस बार 6 दिन का होगा दीपोत्सव
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो इस बार दिवाली का पर्व पांच नहीं बल्कि छह दिन तक मनाया जाएगा. सूर्य ग्रहण दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) को देखा जाएगे. इसी वजह से दिवाली के अगले दिन किसी भी करह की कोई पूजा नहीं की जाएगी. गोवर्धन पूजा भी 26 अक्टूबर को की जाएगी. दीपोत्सव का त्योहार एक दिन और बढ़ा दिया गया हैल और यह पांच के बजाय अब 6 दिन का होने वाला है. 


ये भी पढ़ें: Diwali पर इस शुभ मुहूर्त में करें लक्ष्मी गणेश की पूजा, जानें विधि


आखिर  कब लगेगा सूर्य ग्रहण
दिवाली का त्योहार इस साल 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा. उसके अगले दिन 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगेगा. ग्रहण दिन में 2 बजकर 29 मिनट से शुरू होकर शाम 6 बजकर 32 मिनट़ पर खत्म हो जाएगा. सूतक काल ग्रहण के 12 घंटे पहले ही लग जाता है इसलिए दिवाली की पूजा के बाद किसी भी तरह की शुभ काम नहीं किया जाएगा क्योंकि पूजा के मुहूर्त के बाद सूतक काल लग जाएगा. 


सूर्य ग्रहण में नहीं किए जाएगे धार्मिक काम
24 अक्टूबर को दिवाली का त्योहार मनाने के बाद 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लग जाएगा जिसके चलते कोई भी शुभ काम नहीं किया जाएगा. सूर्य ग्रहण की वजह से ही दिवाली के अगले दिन की जाने वाली गोवर्धन पूजा भी 25 की बजाय इस बार 26 अक्टूबर को की जाएगी. और 26 को ही भाई दूज का त्योहार भी मनाया जाएगा.