Panipat Sonipat Border: दो साल पहले हुए किसान आंदोलन से सबक लेते हुए हरियाणा पुलिस ने इस बार अपनी रणनीति में बदलाव किया है. योजनाबद्ध तरीके से काम करते हुए पुलिस ने तय किया है कि आंदोलन कर रहे किसानों को शंभू बॉर्डर पार नहीं करने दिया जाएगा. अगर फिर भी दूसरे राज्यों से किसान हरियाणा में प्रवेश करते हैं तो उनके लिए पानीपत और सोनीपत पुलिस ने अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है. पुलिस की शक्ति को दोगुना करने के लिए पानीपत के पट्टी कल्याणा में बैरिकेडिंग की जाएगी. 


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सोनीपत पुलिस कमिश्नर सतीश बालन की अध्यक्षता में हलदाना बॉर्डर पर पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत व दोनों जिलों के सभी डीएसपी के साथ बैठक हुई और प्रदर्शनकारियों को रोकने की रणनीति को अंतिम रूप दिया गया. अधिकारियों ने मौके पर जाकर जायजा भी लिया. 


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पुलिस कमिश्नर सतीश बालन ने बताया कि किसान अभी शंभू बॉर्डर तक ही सीमित हैं. हरियाणा पुलिस किसानों को वही रोकने पर सफल हुई है. पानीपत और सोनीपत की पुलिस ने पट्टी कल्याण में किसानों को रोकने का निर्णय लिया है. कमिश्नर ने कहा कि पिछली बार से सबक लेते हुए इस बार अलग रणनीति बनाकर किसानों को रोकने का प्रयास किया जा रहा है. इसी का नतीजा है कि 30 घंटे से अधिक समय हो चुका है, लेकिन अभी तक किसान शंभू बॉर्डर को पार नहीं कर पाए हैं. 


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पुलिस कमिश्नर ने कहा कि रणनीति बदलने से हमें कामयाबी मिल रही है. पट्टी कल्याणा पर नाका लगाने का सबसे बड़ा कारण पुलिस की ताकत को दोगुना करना है. दोनों जिलों के सभी डीएसपी की ड्यूटी लगा दी गई है. सतीश बालन ने कहा कि आज के समय में किसानों को रोकना ही सबसे बड़ा कार्य है. केंद्रीय बल की पांच कंपनियां पट्टी कल्याणा में तैनात की जाएंगी. इसके साथ 3 कंपनी सोनीपत पहुंच चुकी हैं. अगर जरूरत पड़ी तो 11 कंपनी को तैनात किया जाएगा. 


INPUT : RAKESH BHAYANA