Ambala News: किसान आंदोलन में शहीद हुए युवा किसान को दी गई श्रद्धांजलि, कई राज्यों से किसानों ने की शिरकत
Haryana News: हरियाणा-पंजाब सहित आज कई राज्यों के किसानों आज अंबाला में युवा किसान शुभकरण को श्रद्धांजलि देने पहुंचे, जहां लोगों ने शुभकरण को श्रद्धांजलि अर्पित की. वहीं इस समागम में गैर-राजनीतिक अध्यक्ष सरवन सिंह पंधेर ने भी शिरकत की
Ambala News: किसान आंदोलन में शहिद हुए युवा किसान शुभकरण को श्रद्धांजलि देने के लिए आज अंबाला की अनाज मंडी मे श्रद्धांजलि समागम रखा गया. जिसमे भारी संख्या में पंजाब, हरियाणा और राजस्थान सहित कई राज्यों के किसान पहुंचे और शुभकरण को श्रद्धांजलि दी. साथ ही सरकार पर भी लोग जमकर बरसे. इस समागम मे महिलाओं ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया.समागम मे SKM के अध्यक्ष सरवन सिंह पंढेर व जगदीश सिंह डल्लेवाल मुख्य रूप से पहुंचे.
हरियाणा-पंजाब सहित आज कई राज्यों के किसानों आज अंबाला में युवा किसान शुभकरण को श्रद्धांजलि देने पहुंचे, जहां लोगों ने शुभकरण को श्रद्धांजलि अर्पित की. वहीं इस समागम में गैर-राजनीतिक अध्यक्ष सरवन सिंह पंधेर ने भी शिरकत की. उन्होंने कहा कि अंबाला के मोहड़ा मंडी में आयोजित महापंचायत में शहीद शुभकरण को श्रद्धांजलि दी गई. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना. आंदोलन के दौरान लगभग 70 हजार फोर्स दहशत फैलाने के लिए लगाई गई थी. उसके बावजूद भी इतनी संख्या मे किसान आज यहां पहुंचे हैं.
मांगे जब तक पूरी नहीं होगी तब तक करेंगे आंदोलन
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार का ये भ्रम भी तोड़ दिया कि आंदोलन सिर्फ पंजाब का है, जबकि ये आंदोलन पूरे देश का है. हम आज भी वही मांग कर रहे हैं कि उन्हें दिल्ली जाकर शांतिपूर्वक आंदोलन करने की जगह दी जाए. दूसरा जो उन्होंने मांग रखी है कि MSP कानून गारंटी बनाकर दी जाए. CT50 के तहत सभी फसलों के दाम तय किये जाएं, किसान मजदूर का कर्ज खत्म किया जाए और लखीमपुर व खनोरी गोलिकांड का इंसाफ मिलना चाहिए. हरियाणा के किसानों का धन्यवाद भी करते हैं जो इतने डर के बावजूद भी यहां आए. यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगे मानी नहीं जाती.
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भारतीय किसान यूनियन (शहीद भगत सिंह) के नेता अमरजीत सिंह लोहड़ी ने कहा कि यहां पर शुभकरण का श्रद्धांजलि समागम किया जा रहा है. वह पूछना चाहते हैं कि हमारे किसानों ने ऐसा क्या किया है जो शहीद किए जा रहे हैं. हम वही मांग कर रहे हैं जो सरकार ने 2014 में कहा था. वहीं किसान नेता जगदीश सिंह डल्लेवाल ने कहा कि वे समझ नहीं पा रहे हैं कि उनके साथ ऐसा क्यों हो रहा है. जबकि वे अपने देश की राजधानी जाना चाह रहे हैं, तो उनका स्वागत गोलियों से क्यों किया जा रहा है. जिसमे युवा किसान को कुर्बानी देनी पड़ रही है. आज जो ये भीड़ इकठ्ठा हुई है ये बहुत बड़े आंदोलन के रूप मे उभरेगी. किसानों की गिरफ्तारियों पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते है कि सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है, लेकिन यहां अपनी आवाज उठाने वाले को गिरफ्तार किया जाता है. जेल में बंद करने से कोई भी आंदोलन दबता नहीं, ये आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा.
Input- Aman Kapoor