Chandigarh News: मुख्यमंत्री नायब सैनी को करनाल से उपचुनाव लड़ना चाहिए या फिर नहीं इसको लेकर कांग्रेस के सीनियर नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में ऐसे बहुत से उदाहरण हैं जहां एक साल तक चुनाव नहीं हुए हैं, जैसे सांसद रतन लाल कटारिया के निधन के बाद कोई चुनाव नहीं हुआ है. इसलिए मैं यह समझता हूं कि मनोहर लाल को इस्तीफा नहीं देना चाहिए था. पता नहीं उन्होंने जल्दबाजी में या गुस्से में इस्तीफा दे दिया और चुनाव आयोग को भी इतनी जल्दी नहीं करनी चाहिए थी. क्योंकि इससे पब्लिक और पार्टियों पर अधिक खर्च पड़ता है. इसलिए करनाल का उपचुनाव कराने की कोई जरूरत नहीं थी.


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अप्रैल के पहले हफ्ते में आएगी कांग्रेस की लिस्ट
कांग्रेस के उम्मीदवारों की लिस्ट पर बोलते हुए अशोक अरोड़ा ने कहा कि कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की तीन-चार बैठकें हो चुकी हैं. स्क्रीनिंग कमेटी ने लिस्ट तैयार कर राष्ट्रीय चुनाव समिति को भेज दिया है. ऐसे में अप्रैल के पहले हफ्ते में ही कांग्रेस की लिस्ट आ जाएगी. कांग्रेस की दिग्गज नेता कुमारी शैलजा, दीपेंद्र हुड्डा और बड़े नेता इलेक्शन लड़ेंगे या नहीं इस पर सीनियर नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि दिग्गज नेता जो भी होते हैं, उन्हें आवेदन करने की जरूरत नहीं होती है. जिन भी नेताओं का नाम लिया जा रहा है, उन्होंने नहीं कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे. यह उन नेताओं पर निर्भर है कि वह चुनाव लड़ेंगे या फिर नहीं. जिसको भी पार्टी उम्मीदवार बनाएगी वह बहुत मजबूती से चुनाव लड़ेगा.


स्पीकर को लेना चाहिए संज्ञान
कुरुक्षेत्र के रण को लेकर अशोक अरोड़ा ने कहा कि कुरुक्षेत्र में बीजेपी ने हार मान ली है, क्योंकि उनके पास कोई उम्मीदवार ही नहीं था. 10 मिनट पहले जिसे भाजपा में शामिल किया उसे कुरुक्षेत्र से टिकट दी गई आरोप लगाते थे. कोयला बेचने का कोयला चोर पर इल्जाम लगाते है और उन्हें उम्मीदवार बना दिया. बीजेपी के पास हिसार में भी कोई उम्मीदवार नहीं था. इसलिए स्वतंत्र विधायक रणजीत चौटाला को शामिल करवाया, लेकिन उन्हें इस्तीफा नहीं दिलवाया, हरियाणा विधानसभा से. जबकि नियम यह कहते हैं कि इस्तीफा देने के बाद ही किसी पार्टी को ज्वाइन किया जा सकता है, लेकिन बिना इस्तीफा दिए पार्टी में शामिल कर दिया गया. स्पीकर को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए.


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कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के सांझे उम्मीदवार पर अभय चौटाला द्वारा की गई टिप्पणी पर कहा कि हर पार्टी कहती हैं कि हम जीतेंगे और दूसरी पार्टी के उम्मीदवार की जमानत जप्त हो जाती है, लेकिन 4 जून को सबके सामने फैसला आ जाएगा. 1700 करोड़ रुपये का इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा कांग्रेस को दिए गए नोटिस पर उन्होंने कहा कि यह प्रजातंत्र पर हमला है. यह गलत काम हो रहा है, ताकि राजनीतिक पार्टियां चुनाव ही ना लड़ पाएं. पहले उनके खाते सील कर दो फिर उन्हें चुनाव आयोग से नोटिस दे दो. इस तरीके की परंपराएं बहुत गलत है.
 
Input- Vijay Rana