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PGI Rohtak: पीजीआई रोहतक के पूर्व डीएमएस और मृत्यु जन्म प्रमाण पत्र विभाग के इंचार्ज डॉक्टर संदीप ने पीजीआई के ही निदेशक अन्य तीन और डॉक्टर्स पर उनके खिलाफ साजिश कर उन्हें पीजीआई से नौकरी से हटाने का आरोप लगाया है. दरअसल यह मामला एक साल भर पुराना है जहां पर डॉ संदीप पर जन्म प्रमाण पत्र में गड़बड़ी करने के आरोप उनके पद से हटा कर पीजीआई प्रशासन द्वारा उन्हें पीजीआई से बाहर कर दिया था.
तीन डॉक्टरों पर लगाया साजिश का आरोप
इस मामले में एक साल तक जांच चली, जांच में डॉ संदीप निर्दोष साबित हुए है. डॉक्टर संदीप ने आज मीडिया के सामने आकर अपने साथ हुए इस साजिश के खिलाफ आवाज उठाई और अपनी बेगुनाई के बारे में बताया. डॉक्टर संदीप अभी नागरिक हॉस्पिटल रोहतक में अपनी सेवाए दे रहे है. फिलहाल इस मामले में उनके खिलाफ इस तरह साजिश के आरोप में पीजीआई निदेशक डॉक्टर SS लोहचब सहित, डॉक्टर जाखड़, डॉक्टर सविता राठी के भी शामिल है.
आठ महीने बाद दर्ज हुई FIR
एक षडयंत्र के तहत निदेशक ने यह कहा कि झूठे डॉक्यूमेंट्स, झूठी जांच और नकली सीएमओ के साइन किए गए थे. अब आठ महीने बाद यह FIR दर्ज की है. मैंने कुछ करप्शन करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्यवाही की थी. डॉक्टर लोहचब जो चाहता था उस अनुसार में काम नहीं करता. वे अपने आप को पीजीआई का सुप्रीमो समझते है. पुलिस जांच में कभी उन्होंने सहयोग नहीं किया. उन्हें कई-कई नोटिस दिए गए मगर वे नही गए.
मैं यही चाहता हूं मुझे न्याय मिले जब खुद मीडिया में निदेशक डॉक्टर लोहचब ने मुझ पर गड़बड़ी के आरोप लगाए थे आज जो जांच में मुझे क्लीन चिट मिली है अब वे क्या कहेंगे. मै निदेशक डॉक्टर लोहचब सहित तीन और डॉक्टर्स के खिलाफ कार्यवाही हो.