Haryana gallantry award: केंद्र सरकार की तरफ से हरियाणा को बड़ा झटका लगा है. हरियाणा डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने किसानों को दिल्ली कूच से रोकने वाले 6 पुलिसकर्मियों को वीरता पदक (gallantry award) दिए जाने की सिफारिश की थी, लेकिन केंद्र सरकार ने इसे नहीं माना. केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई लिस्ट में हरियाणा के किसी भी पुलिस अधिकारी का नाम शामिल नहीं है.


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6 लोगों को वीरता पुरस्कार देने की सिफारिश
हरियाणा डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने 6 लोगों को वीरता पुरस्कार देने की सिफारिश की थी, जिसमें IPS सिबाश कबीराज- आईजी अंबाला रेंज, अंबाला एसपी जशनदीप सिंह रंधावा, डीसीपी क्राइम एवं वेस्ट सोनीपत नरेंद्र सिंह कादियान, डीएसपी शाहबाद राम कुमार, जींद जिले के एसपी सुमित कुमार और नरवाना डीएसपी अमित भाटिया का नाम शामिल किया गया था. केंद्र सरकार ने किसी भी अधिकारी का नाम वीरता पुरस्कार की लिस्ट में शामिल नहीं किया है.


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वीरता पुरस्कार न देने की वजह
केंद्र सरकार ने हरियाणा डीजीपी द्वारा प्रस्तावित नामों को ये कहते हुए खारिज कर दिया कि राज्य की तरफ से ये नाम देरी से भेजे गए थे. केंद्र सरकार ने एक मामले में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में अपना जवाब दाखिल करते हुए ये बात कही कि नामों की सिफारिश देरी से करने की वजह से इन अधिकारियों को वीरता पुरस्कार नहीं दिया जाएगा. 


किसानों ने जताई नाराजगी
हरियाणा डीजीपी शत्रुजीत कपूर द्वारा किसान आंदोलन के दौरान किसानों को रोकने वाले अधिकारियों का नाम वीरता पदक के लिए देने का हरियाणा और पंजाब के किसानों द्वारा काफी विरोध किया गया. दरअसल, MSP ,सहित कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसान दिल्ली कूच करना चाहते थे, जिन्हें रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने बॉर्डर पर बेरीकेडिंग की थी. इस दौरान पुलिसकर्मियों ने किसानों को बॉर्डर पर रोककर दिल्ली कूच नहीं करने दिया.