ये पियूष गौर/गाजियाबाद: गाजियाबाद में नगर निगम चुनाव (Ghaziabad Nagar Nigam Election ) की सरगर्मियों के बीच BJP कई धड़ों में बंटती नजर आ रही है. BJP के नेता अब दूसरी पार्टी की जगह अपनी ही पार्टी के लोगों पर आरोप लगाते नजर आ रहे हैं, इस बीच सोशल मीडिया में वायरल चिट्ठी भी चर्चा में है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अस्पताल के उद्घाटन में नजर आई गुटबाजी
11 दिसंबर, 2022 को गोवा में 9वें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस (डब्ल्यूएसी) के समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के गाजियाबाद में राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान का डिजिटल माध्यम से उद्घाटन किया. तब गाजियाबाद में बीजेपी के राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल कार्यक्रम में सीट ना मिलने के कारण कार्यक्रम छोड़कर वहां से रवाना हो गए. बाद में इस संबंध में सभी तरफ से सफाई पेश की गई पर गुटबाजी साफ तौर पर नजर आई.


ये भी पढ़ें- हरियाणा में शादी के लिए धर्म परिवर्तन करने वालों पर मनोहर सरकार सख्त, लागू किया ये नियम


 


सोशल मीडिया में वायरल चिट्ठी
इन दिनों सोशल मीडिया में विधान परिषद सदस्य दिनेश कुमार गोयल की एक चिट्ठी भी काफी तेजी से वायरल हो रही है, जिसे पढ़कर इस बात की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है कि BJP में सबकुछ ठीक नहीं तल रहा है. चिट्ठी में BJP के चार विधायक सुनील शर्मा,अजीत पाल त्यागी, नंदकिशोर गुर्जर और अतुल गर्ग समेत राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल स्नातक एमएलसी दिनेश कुमार गोयल के साइन थे. साथ ही उसमें लिखा है कि कोई भी पार्टी नेता अपने परिवार जनों को कार्यकर्ताओं से ना मिलने दे और उनके बायोडाटा स्वीकार ना करें.



 


चिट्ठी के वायरल होने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हुआ, जिसके बाद एमएलसी दिनेश गोयल की तरफ से सफाई के लिए एक और चिट्ठी आ गई जिसमें गुटबाजी समेत BJP सांसद जनरल वीके सिंह के खिलाफ योजनाबद्ध तरीके से राजनीति करने के तमाम बातें कही गईं.
राजनीति तब और गरमा गई जब जब राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल ने एमएलसी दिनेश गोयल को फोन कर राजनीति करने की बात कह डाली, जिसके बाद दिनेश गोयल ने फिर अनिल अग्रवाल पर गलत भाषा प्रयोग करने के आरोप में एक और चिट्ठी मीडिया में निकाल दी.


गाजियाबाद की सियासी सरगर्मियों के बीच ZEE MEDIA ने स्नातक एमएलसी दिनेश गोयल से बातचीत की और सभी जानने का प्रयास किया. इस दौरान दिनेश गोयल ने कहा कि राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल की गाजियाबाद से सांसद बनने की महत्वाकांक्षा गाजियाबाद गुटबाजी करा रही है.


अब गाजियाबाद में BJP की गुटबाजी का आगामी नगर निगम चुनाव में भी क्या असर पड़ेगा और इसके सियासी मायने क्या होने वाले हैं, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.