Ghaziabad News: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में निवेशकों ने 112000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव दिए हैं. ऐसे में गाजियाबाद मे बड़ी संख्या में रोजगार मिलने के कारण यहां रिहायशी मकान और भूखंडों की आवश्यकता नई इंडस्ट्री और औद्योगिक हब लगने के बाद मानी जा रही है, जिसको देखते हुए यहां नए कॉलोनी और टाउनशिप प्रोजेक्ट लाने के नियमों में बदलाव किए गए हैं. 


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नियमों में किए गए हैं बदलाव
नए नियमों के तहत जहां पहले इंटीग्रेटेड और हाईटेक टाउनशिप रहने के लिए 50 एकड़ से ज्यादा जमीन की आवश्यकता होती थी. रोजगार और निवेश के साधन बढ़ने के बाद मकान की आवश्यकता को देखते हुए नियमों में बदलाव किए गए हैं. अब 25 एकड़ जमीन की उपलब्धता वाले डेवलपर भी टाउनशिप योजनाओं में भाग ले सकेंगे और नई टाउनशिप बना सकेंगे. 


टाउनशिप के लिए मात्र इतने एकड़ की जरूरत
पहले नियमों के तहत 50 एकड़ से ज्यादा जमीन होने पर ही इंटीग्रेटेड टाउनशिप और 500 एकड़ से ज्यादा जमीन होने पर हाईटेक टाउनशिप के प्रोजेक्ट पास किए जाते थे, लेकिन अब नियमों में बदलाव करते हुए जमीन की सीमा को मात्र 25 एकड़ कर दिया गया है, जिससे गाजियाबाद में नई आवासीय मकान की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके. 


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सस्ती दरों पर मकान हो सकेंगे उपलब्ध
नियमों में इस बदलाव से निश्चित रूप से गाजियाबाद में आवासीय जरूर की मांग पूरी की जा सकेगी और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के बाद एक और जहां रोजगार के नए अफसर पैदा होंगे वहीं दूसरी ओर यहां काम करने वाले लोगों को सस्ती दरों पर मकान उपलब्ध हो सकेंगे. गाजियाबाद के मुख्य टाउन प्लानर अजय कुमार सिंह ने यह भी बताया वह छोटी टाउनशिप लाने वाले डेवलपर से बातचीत करेंगे ऐसे में उनसे बातचीत कर छोटी टाउनशिप लाने वाले डेवलपर्स को बढ़ावा दिया जाएगा.