Greater Noida News: पिता की अय्याशी से परेशान बेटे ने कर दिया कुछ ऐसा, जिसकी नहीं कर सकेंगे कल्पना
Greater Noida Murder News: अपने पिता की अय्याशी और परिवार के प्रति बेरूखी से नफरत और घृणा से भरे बेटे ने अपने पिता फावड़े से काटकर हत्या की गई. वहीं वारदात के समय बगल में सो रहे बाबा के जागने पर उन्हें भी काटकर मौते के घाट उतार दिया.
Greater Noida Crime: अपने पिता की अय्याशी और परिवार के प्रति बेरूखी से नफरत और घृणा से भरे बेटे ने अपने पिता फावड़े से काटकर हत्या की गई. वारदात के दौरान बगल पर दूसरी चारपाई पर सो रहे बाबा की नींद खुल गई और वारदात में पहचाने जाने के डर उन पर भी हमला कर हत्या कर दी गई. कोतवाली दनकौर पुलिस ने 7 सितबंर रात हुए दोहरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए हत्यारोपी बेटे को गिरफ्तार किया है और वारदात को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किए गए फावड़े और वसूली को बरामद किया.
पुलिस की गिरफ्त में जैस्मीन ने अपने पिता विक्रमाजीत राव और बाबा रामकुमार की हत्या की. ये हत्या बल्लू खेड़ा गांव के निर्माणाधीन फिल्म स्टूडियो में उस समय की गई जब विक्रमाजीत राव और रामकुमार सोये हुए थे. इस दोहरे हत्याकांड के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और डबल मर्डर केस ने पुलिस महकमे को भी हिला दिया. एडिशनल डीसीपी अशोक कुमार ने बताया कि पुलिस की टीमें गठित जांच शुरू की गई. मामले की जांच शुरू हुई तो मृतक विक्रमाजीत राव के बेटे जैस्मिन पर शक गहराया. पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
हत्यारोपी बेटे जैसमीन ने बताया कि पिता की अय्याशी के शौक से पूरा परिवार परेशान था. उसके पिता वीर विक्रमाजीत राव उसकी मां को प्रताड़ित व परेशान किया करता था, जिसके बाद उसकी मां बच्चों को लेकर गांव आ गई थी. मृतक वीर विक्रमाजीत राव परिवार से अलग नोएडा में रहता था. दोनों पति-पत्नी के बीच मध्य आपसी विवाद के कारण तलाक की प्रक्रिया चल रही थी. अपने पिता की अय्याशी और परिवार के प्रति बेरूखी से नफरत और घृणा से भर उसने अकेले ही इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया है.
आरोपी बेटे जैसमीन ने बताया कि उसके पिता निर्माणाधीन फिल्म स्टूडियो में सोते है. इसलिए 7 सितंबर को पिता की हत्या करने के लिए गया. वहां रखे फावड़े से पहले वीर विक्रमाजीत राव के चहरे, गर्दन व सिर पर वार किए, लेकिन पिता के साथ दूसरी चारपाई पर सो रहा सेवानिवृत्त रोडवेज कर्मी रामकुमार (उसके बाबा) की पिता पर हमला करते वक्त नींद खुल गई. रामकुमार के जाग जाने पर पहचान लिए जाने के डर से उसके भी सिर, गर्दन व चेहरे पर वार किया. रामकुमार को हिलता हुआ देखकर उसके जीवित बच जाने के अंदेशे से वहीं पास पड़ी बसूली से मृतक रामकुमार के सिर पर कई वार किए और बसूली को घेर में बने बाथरूम के पास फेंककर दीवार फांदकर भाग गया. घर आकर खून से सने कपड़े धोकर लेट गया.
जैसमीन की निशादेही पर घटना के समय पहने हुए खून लगे हुए कपड़े जिनको इसने धो दिया था, उसको बरामद किया गया है. घटना में प्रयुक्त फावडे और बसूली घटनास्थल से ही पूर्व में बरामद हो चुके हैं. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.