नई दिल्ली: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने निवेशकों की मांग को देखते हुए डाटा सेंटर के लिए 10 भूखंडों की योजना लांच कर दी है. इस योजना के लिए सोमवार से ही ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गए हैं. 20 फरवरी तक पंजीकरण किए जा सकते हैं. सभी 10 भूखंड आवंटित हो जाते हैं तो इससे करीब 30 हजार करोड़ रुपये के निवेश और 10 हजार युवाओं को रोजगार के अवसर मिलने का अनुमान है.


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दरअसल, ग्रेटर नोएडा डाटा सेंटर के हब के रूप में तेजी से उभरा है. देश का सबसे बड़ा डाटा सेंटर (हीरा नंदानी ग्रुप) ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क फाइव में चल रहा है. कई बड़ी कंपनियां ग्रेटर नोएडा में निवेश करना चाह रही हैं. इसे देखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने डाटा सेंटर भूखंडों की योजना जल्द लाने के निर्देश दिए थे. सीईओ की पहल पर संस्थागत विभाग ने डाटा सेंटर के 10 भूखंडों की स्कीम लांच कर दी है. इनमें से पांच भूखंड सेक्टर टेकजोन और पांच भूखंड सेक्टर नॉलेज पार्क फाइव में स्थित हैं. ये भूखंड 8080 वर्ग मीटर से लेकर 1.07 लाख वर्ग मीटर एरिया तक के हैं.


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इस स्कीम की समस्त जानकारी सहित ब्रोशर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट (www.greaternoidaauthority.in) और भारतीय स्टेट बैंक के वेब पोर्टल (https://etender.sbi) पर अपलोड कर दिया गया है. इस स्कीम में पोर्टल के जरिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. ब्रोशर डाउनलोड करने की सुविधा सोमवार से ही शुरू कर दी गई है. 


20 फरवरी तक पंजीकरण किया जा सकता है. प्रोसेसिंग फीस जमा करने की अंतिम तिथि 22 फरवरी है. डॉक्यूमेंट जमा करने की अंतिम तारीख 24 फरवरी है. भूखंडों का आवंटन ई-ऑक्शन के जरिए होगा. अगर ये सभी 10 भूखंड आवंटित हो जाते हैं, तो करीब 30 हजार करोड़ रुपये का निवेश और 10 हजार युवाओं को प्रत्यक्ष और 15 हजार अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने का आकलन है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी का कहना है कि ग्रेटर नोएडा डाटा सेंटर के हब के रूप में तेजी से उभरा है. यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टीविटी से निवेशक बहुत प्रभावित हैं. यहां डाटा सेंटर फील्ड में बड़े पैमाने पर निवेश की उम्मीद है.