Budget 2024: सरकार कहां से जुटाती है बजट के लिए राशि और कैसे करती है खर्च, जानें क्या कहती है रिपोर्ट
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Budget 2024: सरकार कहां से जुटाती है बजट के लिए राशि और कैसे करती है खर्च, जानें क्या कहती है रिपोर्ट

Budget 2024: केंद्र सरकार के पास कई इनकम सोर्स होते हैं. सरकार हर साल कोशिश करती है कि कम से कम कर्जा ले. लेकिन, सरकार देश की आर्थिक ग्रोथ को बढ़ाने और देश की इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए बड़ी राशि बजट के दौरान खर्च करती है, जिसकी वजह से सरकार को बाजारों से बड़े पैमाने पर कर्ज उठाना पड़ता है. 

Budget 2024: सरकार कहां से जुटाती है बजट के लिए राशि और कैसे करती है खर्च, जानें क्या कहती है रिपोर्ट

Budget 2024: देश का अंतरिम बजट (Interim Budget 2023) 1 फरवरी, 2024 यानी की कल पेश होने वाला है. हर साल यह बजट केंद्र वित्त मंत्री द्वारा पेश किया जाता है. 1 फरवरी को वित्‍तमंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) 6वीं बार देश का आम बजट पेश करेंगी. इसको लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. भले ही वित्त मंत्री पहले ही ऐलान कर चुकी हैं कि इस अंतरिम बजट में कोई बड़ी घोषणा नहीं होने वाली है, लेकिन इसके बाद भी देश की आज जनता को इस बजट से कफी उम्मीदें हैं और सभी की निगाहें इसपर टिकी हैं.

बजट में होती है अगले वित्त वर्ष की प्लानिंग

केंद्र सरकार का खर्चा ज्यादा और रेवेन्यू कम होता है. इन दोनों के अंतर को कम करने के लिए सरकार भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से कर्ज उठाती है. इनकम (Income) और कर्ज (Loan) का पूरा अनुमान लगाने के बाद सरकार को बैंक को बताना होता है कि उन्हें कितना और कर्ज लेना है. इसी के साथ सरकार को बजट में गवर्नमेंट बॉरोइंग के बारे में भी बताया जाता है.

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सरकार कैसे जुटाती है कर्ज?

जानकारी के मुताबिक, सरकार बॉन्ड्स के अलावा कई दूसरे इंस्ट्रूमेंट्स के जरिये बाजार से कर्ज जुटाती है और सरकार के लिए कर्ज का इंतजाम करने का काम भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा किया जाता है.

सरकार के पास कैसे आता है बजट का पैसा

केंद्र सरकार के पास कई इनकम सोर्स होते हैं. इसमें सबसे ज्यादा प्रमुख होता है टैक्स. सरकार अपने खर्च का 17 फीसदी हिस्सा जीएसटी (GST) के जरिये हासिल करती है. इसी के साथ डायरेक्ट टैक्स से 15 फीसदी हिस्सा आता है, एक्साइज ड्यूटी से 7 फीसदी और नॉन-टैक्स रेवेन्यू से 6 फीसदी राशि आती है. इसके अलावा केंद्र सरकार के पास 34 फीसदी पैसा कर्ज और बाकी सोर्स से आता है. वहीं, सरकार अधिक से अधिक राशि टैक्स के जरिये जुटाने का काम करती है. अगर सरकार टैक्स से अधिक राशि जुटाने में कामयाब होती है तो इसका मतलब उन्हें बैंक से कम कर्जा लेना पड़ता है.

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सरकार यहां खर्च करती है राशि

एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सरकार हर साल कोशिश करती है कि कम से कम कर्जा ले. लेकिन, सरकार देश की आर्थिक ग्रोथ को बढ़ाने और देश की इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए बड़ी राशि बजट के दौरान खर्च करती है, जिसकी वजह से सरकार को बाजारों से बड़े पैमाने पर कर्ज उठाना पड़ता है, जिसकी वजह से सरकार का बड़ी संख्या में पैसा कर्ज और ब्याज चुकाने में निकल जाता है.

ऐसे खर्च करती है सरकार पैसा

-- सरकार 29 फीसदी पैसा कर्ज चुकाने में खर्च करती है.

-- सरकार 18 फीसदी पैसा राज्यों को देती है.

-- सरकार 17 फीसदी पैसा राज्यों की स्कीमों के लिए देती है. यह स्कीम राज्य और केंद्र सरकार मिलकर चलाती हैं.

-- सरकार 9 फीसदी पैसा अपनी योजनाओं पर खर्च करती है. 

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