Gurgaon News: गुरुग्राम में खुली प्रशासन के दावों की पोल, पहली बारिश में ही सड़कें बनीं तालाब
Gurgaon News: गुरुग्राम में बारिश के मौसम की शुरुआत के पहले यहां की व्यवस्थाओं को लेकर भी बड़े-बड़े दावे किए गए थे, लेकिन महज चंद घंटों की बारिश ने इन सभी दावों की पोल खोल दी है. गुरुग्राम के कई इलाके मानसून की पहली बारिश के बाद ही जलमग्न हो गए हैं.
Gurgaon News: देश ही नहीं विश्वस्तर पर अपनी अलग पहचान बना चुका साइबर सिटी गुरुग्राम गुरुग्राम हरियाणा को सबसे ज्यादा रेवेन्यू देने वाले जिलों में से एक है. प्रशासन के द्वारा बारिश के मौसम की शुरुआत के पहले यहां की व्यवस्थाओं को लेकर भी बड़े-बड़े दावे किए गए थे, लेकिन महज चंद घंटों की बारिश ने इन सभी दावों की पोल खोल दी है. गुरुग्राम के कई इलाके मानसून की पहली बारिश के बाद ही जलमग्न हो गए हैं, जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल, कल रात से गुरुग्राम में बारिश हो रही है, जिसकी वजह से कई इलाके तालाब में तब्दील हो चुके हैं. अंडरपास से लेकर एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन तक भयंकर जलभराव हो गया है. इस जलभराव से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही जिला प्रशासन और नगर निगम के उन दावों की भी पोल खुल गई है, जिसमें वह हर बार यह कहते हुए नजर आते हैं कि इस बार बारिश के दौरान जलभराव नहीं होगा. गुरुग्राम में बीते 3 दिन पहले भी बारिश के कारण जलभराव हुआ था और लोग घंटों जाम में फंसे रहे. उसके बाद नगर निगम कमिश्नर यह दावा करते हुए नजर आए कि जलभराव की समस्या का समाधान करने के लिए तमाम इंतजाम कर लिए गए हैं, लेकिन आज हुई बारिश ने इन दावों की भी पोल खोल कर रख दी.
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यही नहीं केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने भी दो दिन पहले जलभराव वाले स्थानों का जायजा लिया था और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए थे, लेकिन ऐसा लग रहा है कि गुरुग्राम से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के निर्देशों का भी गुरुग्राम के अधिकारियों पर कोई असर नहीं हुआ. आज भी यहां की स्थिति जस की तस बनी हुई है.
क्या है साइबर सिटी में जलभराव की वजह?
गुरुग्राम के सेक्टर 9 और 9 A की डिवाइडिंग रोड़ पर बनी ड्रेन की इन तस्वीरों में साफ नजर आ रहा है कि ड्रेन में पानी के निकासी के लिए पाइप तो बिछाए गए है, लेकिन गाद और मिट्टी जमा होने के कारण ये पूरी तरह से ब्लॉक हो चुके हैं. यही वजह से कि बरसात के बाद सड़क पर जमा होने वाला पानी ड्रेन में जाने के कुछ देर बाद ही ओवर फ्लो हो जाता है. ड्रेन की सफाई नहीं होना यहां जलभराव की सबसे बड़ी वजह है. अधिकारी ड्रेन को साफ करने का ठेका भी देते हैं, बजट भी बनाते है, लेकिन ड्रेन की सफाई केवल कागजों तक सीमित है. धरातल पर किसी भी ड्रेन की सफाई सही तरीके से नहीं की जाती.ये हाल किसी एक सेक्टर का नहीं है बल्कि गुरुग्राम के ज्यादातर एरिया और दिल्ली जयपुर हाईवे तक का है, जहां ड्रेन की सफाई नहीं होती.