Gurugram: चिंटल पैराडाइसो सोसाइटी का एक और टावर असुरक्षित, CBRI रिपोर्ट में सामने आईं ये कमियां
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Gurugram: चिंटल पैराडाइसो सोसाइटी का एक और टावर असुरक्षित, CBRI रिपोर्ट में सामने आईं ये कमियां

Gurugram News: चिंटल इंडिया लिमिटेड ने 6 महीने पहले केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (CBRI) को सोसाइटी के टावर की संरचनात्मक जांच सौंपी थी, जिसके बाद टावर C को असुरक्षित घोषित कर दिया गया है. इससे पहले IIT दिल्ली ने  D, E, F, G, H और J टावर को रहने के हिसाब से असुरक्षित घोषित किया था.

Gurugram: चिंटल पैराडाइसो सोसाइटी का एक और टावर असुरक्षित, CBRI रिपोर्ट में सामने आईं ये कमियां

Gurugram News: गुरुग्राम के सेक्टर -109 में स्थित चिंटल पैराडाइसो सोसाइटी के एक और टावर को रहने के लिहाज से असुरक्षित घोषित कर दिया गया है. इस सोसाइटी के अब तक 7 टावर असुरक्षित घोषित हो चुके हैं. अब केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (CBRI) ने सोसाइटी के C टावर को असुरक्षित घोषित किया है. 

IIT दिल्ली ने बताया सुरक्षित, लेकिन जांच जरूरी
पिछले साल IIT दिल्ली ने चिंटल पैराडाइसो सोसाइटी के  C टावर को रहने के लिए सुरक्षित बताया था. इस दौरान ये भी कहा कि टावर के सरिया में जंग लगी हुई है, जिसकी वजह से हर साल इसकी जांच होना जरूरी है. इसके बाद अब CBRI ने इस टावर को असुरक्षित घोषित कर दिया है. 

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6 महीने पहले CBRI को सौंपी जांच
चिंटल इंडिया लिमिटेड ने 6 महीने पहले केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (CBRI) को सोसाइटी के टावर की संरचनात्मक जांच सौंपी थी, जिसके बाद टावर C को असुरक्षित घोषित कर दिया गया है. कुछ ही दिनों में A और B टावर की रिपोर्ट भी आ जाएगी. 

चिंटल पैराडाइसो सोसाइटी के 9 में 7 टावर असुरक्षित
चिंटल पैराडाइसो सोसाइटी में A, B, C, D, E, F, G, H और J कुल 9 टावर हैं, पिछले साल IIT दिल्ली ने  D, E, F, G, H और J टावर को रहने के हिसाब से असुरक्षित घोषित कर दिया था.अब CBRI ने C टावर को भी असुरक्षित घोषित कर दिया है. कुछ दिनों में A और B की रिपोर्ट भी आ जाएगी. 

जांच रिपोर्ट
केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (CBRI) की रिपोर्ट में टावर सी के बेसमेंट और कई कॉलम में दरार की बात सामने आई है. यही नहीं इसमें इस्तेमाल किए गए सरियों में 90 प्रतिशत तक जंग लग चुकी है. रिपोर्ट सामने आने के बाद चिंटल इंडिया लिमिटेड ने सी टावर में रहने वाले लोगों से जल्द से जल्द इसे खाली करने की अपील की है, इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वो स्थानांतरण शुल्क के रूप में 40 हजार रुपये देने को तैयार हैं. चिंटल इंडिया लिमिटेड ने ये भी कहा है कि अगर इस टावर में किसी भी प्रकार का हादसा होता है तो उनकी जिम्मेदारी नहीं होगी.