H3N2 Influenza Virus: H3N2 इंफ्लुएंजा वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे बचाव पर चर्चा के लिए आज आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक की जाएगी. इस बैठक में CM केजरीवाल भी शामिल होंगे.
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H3N2 Influenza Virus: इन दिनों देशभर में H3N2 इंफ्लुएंजा वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसे देखते हुए आज राजधानी दिल्ली में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक की जाएगी, जिसमें CM केजरीवाल भी शामिल होंगे. बैठक में वायरस से बचाव के तरीकों पर चर्चा की जाएगी.
देशभर में तेजी से बढ़ रहे मामले
देशभर में H3N2 इंफ्लुएंजा वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अब तक दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में इस वायरस के मामले सामने आए हैं. साथ ही इससे 10 लोगों की मौत हो चुकी है. दिल्ली में इस वायरस रे बढ़ते मामलों को देखते हुए आज इस बैठक का आयोजन किया गया है.
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गुरूवार को होनी थी बैठक
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक गुरुवार को आयोजित की जानी थी, लेकिन किसी कारण की वजह से इसे शनिवार तक के लिए टाल दिया गया. गुरुवार को CM केजरीवाल भलस्वा लैंडफिल साइट पर कूड़े का पहाड़ देखने पहुंचे थे, तब वायरस पर पूछे गए सवाल के बाद CM ने बताया था कि हम इस पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. DDMA की बैठक में इस पर विस्तार से चर्चा की जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्री ने कही स्क्रीनिंग की बात
शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान स्क्रीनिंग कराने की बात कही थी. दरअसल H3N2 इंफ्लुएंजा वायरस के लक्षण और बचाव के तरीके कोरोना महामारी से मिलते-जुलते हैं, लेकिन अभी तक दिल्ली में मास्क पहनना अनिवार्य नहीं किया गया है. वायरस की गंभीरता को देखते हुए 5 साल की कम उम्र के बच्चे, बजुर्गों, सांस की बिमारी और अस्थमा से पीड़ित लोगों को ज्यादा सावधानी रखने के लिए कहा गया है.
LNJP अस्पताल में 20 आइसोलेशन बेड की व्यवस्था
दिल्ली के LNJP अस्पताल में H3N2 के मरीजों के लिए 20 आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है. यहां ऑक्सीजन की व्यवस्था है, बाईपैप मशीनें हैं, वेंटिलेटर लगाए गए हैं और अलग से 15 विशेषज्ञ डॉक्टर्स की टीम तैनात की गई है, जो राउंड द क्लॉक ड्यूटी करेंगे.पिछले कुछ दिनों में LNJP अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या काफी बढ़ी है. पहले ओपीडी में हर दिन 1200-1300 मरीज हर दिन आते थे, अब करीब 1600 मरीज हर दिन रहे हैं. वहीं पहले ही दिन करीब 400 बच्चे ओपीडी में आते थे, अब करीब 600 बच्चे हर दिन आ रहे हैं. हालांकि ये मरीज H3N2 के नहीं हैं, जिस भी मरीज में इस वायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं, उसका सैंपल RTPCR टेस्ट के लिए भेजा जा रहा है.