नवीन शर्मा/भिवानी: भिवानी पहुंचे हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने अडानी मामले को लेकर हावी हो रहे विपक्ष पर विदेशी एजेंसियों की रिपोर्ट से भ्रम फैलाने का आरोप लगाया. साथ ही कहा कि विपक्ष का साथ लोग तभी दे सकते हैं, जब वो ड्रामा करने की बजाय अपने पुराने गलत कामों की माफी मांगें.


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बता दें कि कृषि मंत्री जेपी भिवानी में अपने आवास पर जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भिवानी में हो रही भाजपा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति की बैठक की जानकारी दी. वहीं सरकार पर हमलावर विपक्ष पर कटाक्ष किए और सुरक्षा मामले में हरियाणा को सबसे फिसड्डी बताने वाली रिपोर्ट को आधारहीन बताया.


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हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि भिवानी में आज और कल भाजपा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति की बैठक आज से शुरू हो गई है. इसमें सीएम मनोहर लाल, केंद्रीय मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष समेत तमाम पदाधिकारी व नेता भाग लेंगे. उन्होंने कहा कि ये बैठक 2024 के चुनाव में जीत व संगठन मजबूती के लिए हो रही है.


विपक्ष फैला रहा भ्रम
वहीं सरपंचों के विरोध पर कहा कि प्रजातंत्र में हर फैसला जनहित में लिया जाता है. सरपंच अपना काम करें, कोई दिक्कत या परेशानी आएगी तो उसे दूर किया जाएगा.
वहीं अडानी मामले पर हावी हो रहे विपक्ष और बेरोजगारी के बाद सुरक्षित मामले में आई रिपोर्ट में हरियाणा के सबसे फिसड्डी होने पर कहा कि विपक्ष अपनी पसंद की विदेशी कंपनियों व एजेंसियों से ये भ्रम फैला रहा है. जबकी जनता हर बार भाजपा व मोदी की नीतियों पर मुहर लगाती है.


उन्होंने कहा कि बच्चा-बच्चा जानता है कि हरियाणा में कानून व्यवस्था, किसानों की हालत व रोजगार देश में सबसे बेहतर हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी छवी सुधारने के लिए विदेशी कंपनी हायर कर यात्रा निकाली और धारा 370 दोबारा लागू कहने की बात कही, जिसे हरियाणा के लोग कभी स्वीकार नहीं करेंगे. 


विपक्ष मांगे माफी
जेपी दलाल ने कहा कि विपक्ष को कामयाब होना है तो ड्रामा करने की बजाय अपने पूराने कामों की माफी मांग कर जनता के बीच जाना चाहिए. छिन भिन्न पड़े विपक्ष को अडानी मामले के बहाने भाजपा पर हावी होने का मौका मिल गया है. संसद से सड़क तक विपक्ष विरोध कर रहा है तो वहीं भाजपा विपक्ष पर भ्रम फैलाने व ड्रामा करने के आरोप लगाकर विपक्ष को दबाने में लगा है. ऐसे में 2024 में जनता ही तय करेगा की कौन कितने पानी में है.