Haryana Agriculture Minister JP Dalal: गन्ने के दाम बढ़ाने की मांग को लेकर किसानों के प्रदर्शन के बीच कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि गन्ना बोर्ड की बैठक हो चुकी है, अगले सप्ताह इसको लेकर एक और बैठक होगी. शुगर मिल पर ताला लगाना इस समस्या का समाधान नहीं है.
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चंडीगढ़: भारतीय किसान यूनियन (BKU) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी के नेतृत्व में करनाल में किसान गन्ने की कीमतों में बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. सोमवार को प्रदर्शन कर रहे किसानों को सरकार की तरफ से बातचीत के लिए बुलाया गया था, लेकिन इसमें कृषि मंत्री के नहीं पहुंचने से नाराज किसानों ने 17 जनवरी से गन्ने की छिलाई बंद कर दी, वहीं 20 जनवरी से शुगर मिलों को बंद करने का भी अल्टीमेटम दिया है, जिसके बाद आज पहली बार कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कैमरे के सामने आकर स्थिति स्पष्ट की.
क्या है पूरा मामला
हरियाणा में मशीन द्वारा कटाई किए गए गन्ने पर लगने वाली काट को सरकार ने बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया है. अगर दूसरे राज्य की बात करें तो पंजाब में काट 3 प्रतिशत और महाराष्ट्र में 4.5 प्रतिशत है. किसानों का कहना है वर्तमान में राज्य में गन्ने का रेट बहुत कम है. सरकार द्वारा रेट न बढ़ाकर किसानों के साथ अन्याय किया जा रहा है.
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गन्ने का रेट 450 रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग
राज्य में अभी गन्ने का रेट 362 रुपए प्रति क्विंटल है, किसानों द्वारा इसे बढ़ाकर 450 रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग की जा रही है. भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेतृत्व में हरियाणा के किसान कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं.
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने क्या कहा
गन्ने के दाम बढ़ाने की मांग को लेकर किसानों के प्रदर्शन के बीच कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि गन्ना बोर्ड की बैठक हो चुकी है, अगले सप्ताह इसको लेकर एक और बैठक होगी. साथ ही इसकी रिकमेंडेशन मुख्यमंत्री को भेजी जाएगी. साथ कही कृषि मंत्री ने कहा कि माना कि एक राज्य में गन्ने के भाव हरियाणा से ज्यादा हैं, लेकिन उस राज्य में भी गन्ना किसानों को भुगतान नहीं होता है. हरियाणा में गन्ना किसानों को समय पर भुगतान किया जाता है. शुगर मिल वाले पहले ही घाटे में चल रहे हैं ऐसे में विरोध स्वरूप शुगर मिल पर ताला लगाना समस्या का समाधान नहीं है. हरियाणा सरकार उन्हें लगातार मदद कर रही है और उनकी मदद से ही हरियाणा में शुगर मिल बची हुई हैं.