Haryana News: विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. वहीं विभिन्न विभागों में कार्यरत्त कर्मचारी भी अपनी मांगों को लेकर एकजुट होते नजर आ रहे हैं. ताकि चुनाव के मौसम में सरकार को घेरकर अपनी लंबित मांगो को पूरा करवाया जा सके. इसी कड़ी में अब हरियाणा एड्स इम्पलाईज एसोसिएशन भी सरकार के विरोध में उतर आई है. तथा उन्होंने स्थानीय लघु सचिवालय के बाहर 1 अगस्त से अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर सरकार से अपनी मांगे पूरी किए जाने की गुहार लगाई है. शनिवार को उनकी हड़ताल का तीसरा दिन है. धरने के पहले दिन से ही एसोसिएशन को एनएचएम हरियाणा, प्राइवेट लैब एसोसिएशन व आंगनबाड़ी एसोसिएशन ने भी अपना समर्थन दिया है. 


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प्रदेश सरकार के खिलाफ कर रहे प्रदर्शन
हरियाणा एड्स एम्पलाइज एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि वह करीबन 25 वर्षों से अनुबंध आधार पर सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें उनके हकों से महरूम किया जा रहा है. जिसके विरोध में अब हरियाणा एड्स इम्पलाइज एसोसिएशन ने आर-पार के संघर्ष का बिगुल सरकार के खिलाफ फूंक दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी मांगों में नियमितीकरण, एनएचएम के समान सभी भत्ते व अन्य लाभ, हरियाणा सरकार में समाहित करने, हरियाणा सरकार की तरफ से भी वेतन दिया जाए, क्योंकि उन्हें फिलहाल केंद्र सरकार की तरफ से वेतन दिया जा रहा है. जबकि वे कार्य हरियाणा सरकार का कर रहे हैं. अपनी मांगो को पूरा करवाने के लिए उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरूआत की है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी कि या तो सरकार उनकी मांगो को पूरा करें नहीं तो सरकार के खिलाफ उनका रोष रोजाना उग्र होता चला जाएगा.


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उनकी मांगो को किया जाए पूरा
साथ ही उन्होंने कहा कि वे नेशनल एड्स कंट्रोल सोसायटी के कर्मचारी हैं. वे पहले एनआरएचएम के तहत कार्यरत्त थे, लेकिन बाद में एड्स कंट्रोल सोसायटी का अलग से विभाग बना दिया गया.  जिसके तहत प्रदेश भर में 550 तथा भिवानी में 22 कर्मचारी हैं. उन्होंने कहा कि उनकी यूनिट छोटे होने के बावजूद भी पूरी निष्ठा से हरियाणा सरकार का कार्य करती है, लेकिन इसके बावजूद भी हरियाणा सरकार द्वारा उन्हें कोई प्रोत्साहन नहीं दिया जा रहा है. उन्हें सरकार द्वारा न कोई राशि, न कोई सहायता व न कोई जॉब सिक्योरिटी दी जा रही है. इसके चलते वे मांग करते हैं कि उन्हें भी एनएचएम में शमिल किया जाए तथा उनके समान भत्ते व अन्य सुविधाएं दी जाए.


Input- NAVEEN SHARMA