हरियाणा में पशुपालकों को दिए जा रहे ये खास `टिप्स`, आप भी जान लीजिए
हरियाणा में पशुओं में फैस रही बीमारियों के चलते आज पशुपालन विभाग ने पशुपालकों को बताया कि पशुओं का मूवमेंट इधर से उधर न करें. अभी कुछ दिनों तक इनकी खरीद फरोख्त न करें. साथ ही इनकी साफ-सफाई का भी ध्यान रखें.
चंडीगढ़: हरियाणा पशुपालन विभाग ने निर्देश देते हुए कहा है कि सभी पशु चिकित्सक अपने क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी पशुओं का ध्यान रखें कि उनमें एलएसटी जैसी कोई बीमारी न आए. इसके अंतर्गत गोशाला बलियाली में पशु चिकित्सकों ने पशुओं को चेक किया. इस दौरान उनमें कोई भी एलएसटी की बीमारी का लक्षण नहीं पाया गया.
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पशुपालकों ने बताया कि चिकित्सकों द्वारा आज गोशाला में पशुओं को चेक किया गया और उनमें कोई बीमारी के लक्षण नहीं पाए गए. हम गोशाला को साफ और स्वच्छ रखते हैं तथा औरों से भी अपील करते हैं कि पशुओं के नजदीक साफ सफाई रखें.
वहीं डॉ. सनसनवाल ने बताया कि उनके द्वारा गठित टीम ने अनेक गांव के पशुओं की जांच की और जांच उपरांत कोई भी ऐसी बीमारी का केस नहीं मिला है. उन्होंने बरसात के बाद पशुओं में आने वाली बीमारियों के चलते बलियाली गोशाला में पशुपालकों को विशेष हिदायतें देते हुए जागरुक किया. उन्होंने कहा कि अपने पशुओं की बीमारी की तरफ ध्यान दें और चिकित्सक से इलाज करवाएं, बदलता मौसम उनके लिए घातक हो सकता है.
डॉ. सनसनवाल ने कहा कि अभी तक भिवानी जिले के पशुओं में कोई एलएसटी बीमारी के लक्षण नहीं पाए गए. साथ ही अपील करते हुए कहा कि सभी पशुपालकों से हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि पशुओं का मूवमेंट इधर से उधर न करें और खरीद-फरोख्त को 2-3 दिन के लिए बंद कर दें और कोई पशु बीमार दिखाई दे तो तुरंत पशु चिकित्सक से उसका उपचार करवाएं.
उन्होंने बताया कि सैंपल लेकर भोपाल लैब में भेजा जाता है, जिसके बाद पता चलता है कि बीमारी है या नहीं. उन्होंने कहा कि कई बार पशु चरना भी बंद कर देता है, जितना हो सके पशुओं को मक्खी मच्छरों से बचाएं ताकि यह बीमारी एक पशु से दूसरे पशु में न फैले यदि कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो उस पशु को अन्य पशुओं से अलग कर दें.