Nuh News: अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देशभर से आए 15 यजमानों में मेवात की ब्रिज भूमि से 52 पाल के चौधरी अरुण जैलदार भी शामिल हुए और अपनी पत्नी के साथ आयोजन में हिस्सा लिया. अरुण जैलदार ने गर्भगृह में मौजूद रहकर पूजा-अर्चना को विधि-विधान से पूरा कराया. 


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22 जनवरी को अयोध्या धाम में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 15 यजमानों में शामिल  52 पाल के चौधरी अरुण जैलदार का मेवात पहुंचने पर राम भक्तों ने भव्य स्वागत किया गया.  22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में गर्भगृह में शामिल 15 यजमानों में अरुण जैलदार भी सामिल थे. यह पूरे हरियाणा प्रांत के लिए सौभाग्य की बात थी कि पलवल जिले के सौंध निवासी 52 पाल के चौधरी अरुण जैलदार को यह सौभाग्य प्राप्त हुआ. 


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अरुण जैलदार ने नूंह जिला के नल्हेश्वर, राधा-कृष्ण मंदिर गांव सिंगार व झिर मंदिर फिरोजपुर झिरका में अपने साथियों संग पहुंचकर पूजा अर्चना की. इस मौके पर उनके साथ उनकी धर्मपत्नी अर्चना चौधरी भी मौजूद रही. अरुण जैलदार की माने तो मेवात में पाण्डवकालीन मंदिर इस क्षेत्र का इतिहास समेटे हुए है. अरुण जैलदार ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के समय उन्हें रामलला के दर्शन का मौका मिला और उन्हें ऐसा प्रतीत हुआ कि स्वयं प्रभु राम ने उन्हें दर्शन दिए हैं.


उन्होंने कहा कि एक बार अयोध्या में जाकर रामलला के दर्शन जरूर सभी को करने चाहिए. रामलला के दर्शन करने से ऐसा अद्भुत नजर महसूस होता है कि मानो जो व्यक्ति रामलला को जिस रूप में देखा है उसे ऐसा ही रूप दिखाई देता है. उन्होंने कहा कि रामलला की मूर्ति बनाने वाले को भी इस बात देखकर आश्चर्य जनक रह गए कि उन्होंने जिस मूर्ति को बनाया था अब वह मूर्ति किसी और रूप में उन्हें दिखाई दे रही है. उन्होंने कहा कि रामलला के दर्शन करने से अलग आनंद की ही अनुभूति महसूस होती है. 


Input: Anil Mohania