प्रॉपर्टी सर्वे को लेकर याशी कंपनी के खिलाफ व्यापार मंडल की बैठक, राज्यपाल से की ये मांग
Advertisement

प्रॉपर्टी सर्वे को लेकर याशी कंपनी के खिलाफ व्यापार मंडल की बैठक, राज्यपाल से की ये मांग

हिसार में प्रॉपर्टी सर्वे को लेकर व्यापारी प्रतिनिधियों ने व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष की अध्यक्षता में बैठक की. वहीं बजरंग गर्ग ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को पत्र लिखकर याशी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.

प्रॉपर्टी सर्वे को लेकर याशी कंपनी के खिलाफ व्यापार मंडल की बैठक, राज्यपाल से की ये मांग

हिसार: हिसार में व्यापारी प्रतिनिधियों की बैठक व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फेड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में हुई है. इस बैठक में याशी कंपनी द्वारा प्रॉपर्टी का गलत सर्वे करने पर बहुत भारी नाराजगी प्रकट की. व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार ने जयपुर की याशी कंपनी को प्रदेश की प्रॉपर्टी सर्वे का काम 18 करोड़ 11 लाख रुपये में दिया गया था. मगर याशी कंपनी द्वारा प्रॉपर्टी का सर्वे जमीनी स्तर पर करने की बजाय दफ्तर में बैठकर सिर्फ पेपर की खानापूर्ति की गई है. उसके बाबजूद भी सरकार ने याशी कंपनी की सर्वे रिपोर्ट को जांच करके पेंमेंट करने की बजाए, याशी कंपनी को 18 करोड़ 11 लाख रुपये पेमेंट करने की बजाय उसे कई गुना बढ़ाकर लगभग 57 करोड़ की पेमेंट सरकार द्वारा की गई.

ये भी पढ़ें: सिरसा में 26 जनवरी पर पुलिस पर गोली चलाने का मामला: 2 गिरफ्तार, 1 पिस्तौल समेत 7 कारतूस बरामद

यह प्रदेश में बहुत बड़ा घोटाला है. बजरंग गर्ग ने हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को पत्र लिखकर प्रॉपर्टी सर्वे की याशी कंपनी की उच्चस्तरीय जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की और याशी कंपनी से जनता के खून पसीने की कमाई को ब्याज सहित वसूलने की मांग की है.

वहीं उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हुआ तो व्यापार मंडल सड़कों पर उतरकर प्रदेशभर में जोरदार आंदोलन करेगा. बजरंग गर्ग ने यह भी कहा कि प्रॉपर्टी सर्वे में 20 प्रतिशत कमीं पाने पर कानूनी तौर पर सरकार को याशी कंपनी का टेंडर रद्द करना चाहिए था, जबकि 75 प्रतिशत से ज्यादा हरियाणा में प्रॉपर्टी का गलत सर्वे हुआ है. 

वहीं बजरंग गर्ग ने कहा कि नगर निगम के हाउस ने याशी कंपनी के खिलाफ प्रस्ताव पास करके सरकार को भेजा था. याशी कंपनी द्वारा किया गया सारा सर्वे गलत है. उसके खिलाफ कार्रवाई करके कंपनी की पेमेंट रोकी जाए. उसके बाबजूद भी सरकार ने याशी कंपनी को निश्चित पेमेंट से भी ज्यादा पेमेंट दे दी, जबकि नगर निगम शहर की अपनी सरकार होती है.

Trending news