Chandigarh News: हरियाणा में सफाई कर्मचारी पिछले 8 दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. अपनी मांगों को मंगवाने के लिए कर्मचारियों ने इस बार काली दिवाली मनाई. वहीं उनके काम न करने स हरियाणा के शहरों में कचरे का अंबार लग गया है. वहीं प्रशासन ने अपने स्तर पर सफाई शुरू कराई तो सफाई कर्मचारियों ने इसका विरोध किया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.


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इन मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन
1. सफाई कर्मचारियों की सरकार से मांग है कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए.
2. कौशल योजना को भंग किया जाए.
3. नई पेंशन नीति को बदल कर पुरानी पेंशन नीति को लागू की जाए.
4. करोना काल में जो उनके सफाई कर्मी मारे गए उनके परिवार को 50 लाख मुआवजा और परिवार को एक नौकरी दी जाए.
5. कर्मचारियों को रेहड़ी तेल और साबुन जो कि सरकार ने खुद कर्मचारियों को देने की घोषणा की थी. वह आज तक पूरी नहीं हुई है. उसे पूरा किया जाए.


इन मांगों को लेकर सफाई कर्मचारी सड़कों पर उतरे हैं. इसकी जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ सरकार की है. उन्होंने कहा आने वाले समय में अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो उनका आंदोलन और उग्र होगा.


एनसीआर सोनीपत में भी सफाई कर्मचारी लगातार अपनी मांगों को पूरा करवाने के मकसद को लेकर 8वें दिन भी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. कर्मचारियों ने ऐलान किया है कि अगर सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का भी ऐलान कर सकते हैं.


वहीं नगर पालिका सफाई कर्मचारी संघ हरियाणा के शाखा नारनौल प्रधान सुरेश कुमार जेदिया ने बताया कि सरकार अपनी मनमानी कर रही है. उनकी मांगें नहीं मान रही है. इस कारण सफाई कर्मचारियों को मजबूरी में हड़ताल करनी पड़ रही है. उन्होंने बताया कि मंगलवार को सफाई कर्मचारियों ने नगर परिषद से महावीर चौक होते हुए रेवाड़ी रोड, बस स्टैंड, पार्क गली और पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के सामने होते हुए नगर परिषद तक रोष प्रदर्शन किया. इस दौरान सफाई कर्मचारी खट्टर सरकार मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे.


वहीं कैथल में आज शहर की सफाई कराने के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने की कोशिश की. इसका सफाई कर्मचारियों ने विरोध किया तो पुलिस ने उनको हिरासत में ले लिया. इसके बाद उनको जबरदस्ती बसों में भरकर अज्ञात स्थान पर ले गए.