Delhi Flood: केजरीवाल के आरोप पर मनोहर लाल बोले- हरियाणा सरकार का पानी छोड़ने या न छोड़ने से कोई लेना-देना नहीं
Manohar Lal News: केंद्रीय आवास एवं शहरी निकाय मंत्री हरदीप पुरी से मुलाकात के बाद हरियाणा के सीएम ने कहा कि आरआरटीएस की जो 2 लाइनों पर काम शुरू होना है, लेकिन दिल्ली सरकार इसमें अड़चन डाल रही है.
Haryana News: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज अपने दिल्ली दौरे पर केंद्रीय आवास एवं शहरी निकाय मंत्री हरदीप पुरी और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से मुलाकात की. इस दौरान सीएम और दोनों मंत्रियों के बीच हरियाणा की विकास परियोजनाओं और केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही अनेक किसान हितैषी योजनाओं पर हुई चर्चा हुई.
आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पहले केंद्रीय आवास एवं शहरी निकाय मंत्री हरदीप पुरी और उसके बाद नरेंद्र तोमर से मुलाकात की. इसके बाद सीएम मनोहर लाल ने बताया कि कैबिनेट ने गुरुग्राम मेट्रो प्रोजेक्ट को पास किया है और उस पर काम जल्दी कैसे शुरू हो, इसी को लेकर बातचीत हुई. उन्होंने बताया कि आरआरटीएस (Delhi Meerut Regional Rapid Transit System) की जो 2 लाइनों- सराय कालेखां से सहजादपुर और सराय कालेखां से पानीपत वाला काम शुरू होना है. इसी को लेकर केंद्रीय आवास एवं शहरी निकाय मंत्री हरदीप पुरी से चर्चा हुई.
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मनोहर लाल ने कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से इस पर कुछ अड़चन डाली जा रही है. सुप्रीम कोर्ट ने भी दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है. यह भी चर्चा हुई कि अगर दिल्ली नहीं भी माने तो हम एरो सिटी से अपना काम चालू करें, ताकि हरियाणा कारपोरेशन इसे पूरा कर सके. दिल्ली को 3000 करोड़ रुपये देना है, जिस पर दिल्ली सरकार के रुख देखा जा रहा है. मनोहर लाल ने यह भी बताया कि हाउसिंग में कुछ कठिनाइयां थी., जिन्हें दूर किया गया है. एक लाख से ज्यादा मकान गरीब जनता को देने का काम जल्द पूरा करेंगे.
दिल्ली में बाढ़ की स्थिति और उस पर अरविंद केजरीवाल द्वारा हरियाणा सरकार पर दोष मढ़ने के सवाल पर मनोहर लाल ने कहा कि ये प्राकृतिक आपदा है. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. बारिश अनएक्सपेक्टेड थी. हालत से निपटने के इंतजाम पूरे नहीं थे. उन्होंने बताया कि हथिनी कुंड बैराज है, वह कोई डैम नहीं है. डैम पर पानी को रोका जाता है. बैराज पर पानी को रोका नहीं जाता और सीमित मात्रा में छोड़ा जाता है. यह दिल्ली सरकार को बता दिया गया है. हथिनी कुंड बैराज की कैपेसिटी 100000 क्यूसेक है और उससे ज्यादा आए पानी को छोड़ा ही जाएगा. उन्होंने कहा कि बैराज के पानी से खुद हरियाणा पहले से पीड़ित है.
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मनोहर लाल ने कहा कि बैराज में कम क्षमता के साथ पानी रेगुलेट करने की व्यवस्था है. 1 लाख क्यूसेक से अधिक पानी आते ही प्राकृतिक तौर पर पानी आगे निकलता है. हथिनी कुंड बैराज पर कैपेसिटी से ऊपर का पानी नेचुरली अपने आप जहां जगह मिलती है, वहां जाता है. हरियाणा सरकार का पानी छोड़ने या न छोड़ने से कोई लेना-देना नहीं है. इसी पानी के बहाव से हमारे कुछ जिले प्रभावित हुए, जैसे-जैसे पानी आगे जाएगा तो उससे दिल्ली और उसके बाद हरियाणा के फरीदाबाद और पलवल जिले प्रभावित होंगे.
केजरीवाल को सपने में याद आता है हरियाणा
उन्होंने कहा कि जब दिल्ली के मुख्यमंत्री के पास कोई जवाब नहीं होता तो उन्हें सपने में भी हरियाणा याद आता है, वो फिर चाहे प्रदूषण हो, पानी हो या कोई और बात भी हो. इन चीजों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात के बाद मनोहर लाल ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसान जो बीमा कराते हैं. इसमें होने वाली कठिनाइयों पर चर्चा हुई.