Haryana News: चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में रोहतक पीजीआई की किडनी ट्रांसप्लांट टीम का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया. इसमें CM नायब सिंह सैनी ने किडनी ट्रांसप्लांट टीम को सम्मानित किया. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ कमल गुप्ता भी मौजूद रहे. उन्होंने सभी डॉक्टर्स को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में पीजीआई में ट्रांसप्लांट रिसर्च सेंटर बनेगा. 


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रोहतक पीजीआई की किडनी ट्रांसप्लांट टीम के सम्मान समारोह में स्वास्थ्य मंत्री डॉ कमल गुप्ता भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि जब मुझे पता चला कि पीजीआई रोहतक में एक मृतक महिला की किडनी निकाल कर दूसरे मरीजों में प्रत्यारोपित की गईं तो मैं तुरंत वहां बधाई देने पहुंचा. मैं भी इसी संस्थान का छात्र रहा हूं, इसलिए यह मेरे लिए ओर खुशी की बात है. आप लोग सुपरस्पेशलिट नहीं बल्कि माइक्रो सुपरस्पेशलिट हैं. 


इस दौरान डॉ कमल गुप्ता ने वहीं मौजूद डॉक्टर्स से पूछा कि आप हमें बताओ जो दिल्ली एम्स होता है और रोहतक पीजीआई में नहीं होता, हम यहां भी वो काम करेंगे. यहां के केस रेफर होना हमारे लिए अच्छी बात नहीं. हमारे यहां से केस रैफर नहीं होने चाहिए. 


अगर पीजीआई में कोई केस नहीं होता और वो किसी प्राइवेट अस्पताल में होता है तो हमारे लिए शर्म की बात है. डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए आज हम हर जिले में मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं. लेकिन वो ऐसे अस्पताल हैं जहां से केस रेफर होते हैं. पीजीआई में कोई सामान्य मरीज नहीं आता है, यहां गंभीर मरीज आते हैं. अगर उन्हें यहां से भी आगे भेजा है तो ये सही नहीं है.


डॉ कमल गुप्ता ने छात्रों के बारे में बात करते हुए कहा कि रोहतक पीजीआई के छात्रों के लिए भी सारी सुविधाएं होनी चाहिए. हम हर सहायता करेंगे. मैंने सभी मेडिकल कॉलेजों को निर्देश दिए हैं कि वो हर मेडिकल कॉलेज और जिले के अस्पतालों में हैली पैड बनाएं, जिससे मरीजों को और ट्रांसप्लांट किए जाने वाले अंगो को जल्दी भेजा और लाया जा सके.


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मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि मैं पीजीआई रोहतक की टीम को बधाई देता हूं. कई बार व्यक्ति सोचता है कि ये काम करूं या न करूं, जब वह करने की ठान लेता है तो कई रास्ते भी खुल जाते हैं. PGI की टीम ने जो  ट्रांस्प्लांट किया है, उससे भविष्य के लिए कई रास्ते खुले हैं. इससे हमारे लोगों को तो सहयता मिलेगी ही बल्कि दुनिया के लोगों को इसका लाभ मिलेगा. सरकार भी लोगोX को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए कोशिश कर रही है. आज देश में 24 एम्स काम करना शुरू कर चुके हैं. हरियाणा के सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं. 


अगर किडनी ट्रांसप्लांट प्राइवेट अस्पताल में कराया जाता है तो उसमें लगभग 15 लाख रुपये का खर्च आता है, लेकिन रोहतक PGI में गरीब भी अपना इलाज करा सकते हैं. इसके लिए मैं सभी डॉक्टर्स को एक बार फिर बधाई और शुभकामनाएं देता हूं. आने वाले दिनों में पीजीआई में ट्रांसप्लांट रिसर्च सेंटर बनेगा.


Input- Vijay Rana