Haryana Doctors Strike: हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि आज सरकारी डाक्टरों द्वारा की गई हड़ताल फेल हो गई है और हड़ताल में केवल 26.86 प्रतिषत डॉक्टरों ने हिस्सा लिया. उन्होंने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थान सामान्य तौर पर संचालित रहे और किसी भी प्रकार से स्वास्थ्य सेवाएं बाधित नहीं हुई है.


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डॉक्टरों की हड़ताल नाजायज है- अनिल विज
अनिल विज ने कहा कि डॉक्टरों की हड़ताल नाजायज है क्योंकि इनकी मुख्य मांग स्पेषलिस्ट काडर को लेकर मंजूरी मिल चुकी है और इस मांग को मुख्यमंत्री ने भी अपनी अनुमति प्रदान कर दी है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि पीजी पॉलिसी को लेकर रखी गई मांग को अतिरिक्त मुख्य सचिव ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है, जिस पर प्रक्रिया जारी है. ऐसे ही एसएमओ की सीधी भर्ती और एसीपी को लेकर प्रक्रिया की जा रही है. उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की ज्यादातर मांगों को मान लिया गया है. आज डॉक्टरों को बातचीत के लिए बुलाया गया था, लेकिन डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल बातचीत के लिए नहीं आया.


देष में कोविड के मामलों को देखते हुए डॉक्टरों को हड़ताल नहीं करनी चाहिए
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी देश में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं और कोविड की स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों को हड़ताल नहीं करनी चाहिए. इस संबंध में उनके द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के महानिदेषक को निर्देष दिए गए है कि किसी भी प्रकार से स्वास्थ्य सेवाएं बाधित नहीं होनी चाहिए और लोगों के जीवन के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ नहीं होना चाहिए.


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स्वास्थ्य सेवा विभाग के महानिदेशक ने की वीडियो कान्फ्रेंसिंग
इन निर्देशों के बाद स्वास्थ्य सेवाएं विभाग के महानिदेशक आर एस पूनिया ने देर शाम राज्य के सभी सिविल सर्जन के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग बैठक की और आवष्यक दिशा निर्देश दिए ताकि स्वास्थ्य सेवाएं बाधित न हो. वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान स्वास्थ्य सेवा विभाग के महानिदेशक ने सभी सिविल सर्जन को निर्देष दिए कि यदि बाहर से किसी भी प्रकार की मैनपावर या किसी अन्य जिलों से मैनपावर या डॉक्टरों की जरूरत पड़ती तो मुख्यालय के संज्ञान में लाया जाए, जिससे कि अमुक जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित रखा जा सके. 


साथ ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज ने हड़ताल पर गए डॉक्टरों से अपील करते हुए कहा कि वे हड़ताल को समाप्त करके काम पर लौटें, जिससे कि लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो. 


उल्लेखनीय है कि राज्य में कुल मैडीकल आफिसर और सीनियर मैडीकल आफिसर के 3466 पद हैं, जिनमें से केवल 931 डॉक्टर हड़ताल पर रहे हैं. अंबाला में 0, भिवानी में 44, चरखी दादरी में 25, फतेहाबाद में 17, फरीदाबाद में 20, गुरूग्राम में 90, हिसार में 77, जींद में 37, झज्जर में 70, कैथल में 29, कुरूक्षेत्र में 8, करनाल में 59, महेन्द्रगढ में 56, मेवात में 23, पलवल में 76, पंचकूला में 77, पानीपत में 22, रेवाडी में 85, रोहतक में 44, सोनीपत में 37, सिरसा में 10 और यमुनानगर में 25 डॉक्टर हड़ताल पर रहे.


INPUT: VIJAY RANA