Haryana Flood: बाढ़ का सितम झेल रहे हरियाणा के लोगों के लिए मौसम विभाग की चेतावनी ने परेशानी को और बढ़ा दिया है. चंडीगढ़ मौसम विभाग की ओर से हरियाणा में 22 जुलाई तक सभी 22 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. वहीं दूसरी तरफ हिसार, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र सहित 10 से ज्यादा जिलों में अभी भी बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. कई जगहों पर मदद के लिए सेना को भी बुलाया गया है.


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हिसार में नहर टूटी 
हिसार में सीसवाला हेड के पास से बालसमंद नहर टूटने से खेतों में पानी भर गया, जिसकी वजह से कपास और किन्नू के बागों को काफी नुकसान हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार,  25 फुट चौड़ाई वाली बालसमंद नहर बरवाला ब्रांच से निकलती है और इसके पानी से आस-पास के लगबग 13-14 गांवों में सिंचाई की जाती है. 


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2 साल पहले हुआ निर्माण
नहर टूटने के बाद स्थानीय लोग इसके निर्माण कार्य को भी लेकर सवाल उठा रहे हैं. लोगों का कहना है कि महज 2 साल पहले इस नहर का निर्माण किया गया था,पहले यह ब्रिक्स की होती थी. ऐसे में निर्माण के महज 2 साल में ही नहर कैसे टूट गई. वहीं दूसरी तरफ लोगों का ये भी आरोप है कि अभी तक नहर की मरम्मत करने के लिए सिंचाई विभाग का कोई भी अधिकारी नहीं आया है.  


फतेहाबाद में नेशनल हाइवे पर पहुंचा बाढ़ का पानी
फतेहाबाद में नेशनल हाइवे 9 पर बाढ़ का पानी पहुंचने की वजह से शहरों को खतरा बढ़ गया है. हाइवे को क्रास करते ही ये पानी शहर में घुस जाएगा, जिसे रोकने के लिए प्रशासन द्वारा हाइवे के किनारे मिट्टी डालकर पानी रोकने का काम किया जा रहा है. हाइवे पर पुल और अंडरपास पर भी मिट्टी के बैग और सीधी मिट्टी डालकर तटबंध बनाए जा रहे हैं, लेकिन शहर में पानी भरने का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं जिन जगहों पर पानी भर चुका है, वहां फंसे लोग ढाणियों से सामान निकालते नजर आए. इस दौरान ढाणी के लोगो ने प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया.