Chandigarh: हरियाणा में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से राज्य में खासी परेशानी हो रही है. दिवाली के मौके पर शहरों में साफ-सफाई नहीं हो पा रही है. इसको लेकर मनोहर सरकार ने आवश्यक सेवा संरक्षण अधिनियम (ESMA) लागू कर दिया है. वहीं इस फैसले से कर्मचारियो में और ज्यादा रोष है. उन्होंने चेतावनी दी है कि सरकार के द्वारा मशीनों से कराई जा रही साफ-सफाई का विरोध करेंगे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: Firecrackers Guidelines: दिवाली पर पटाखे फोड़ने के लिए राज्यों ने जारी की Guidelines, जानिए आपके राज्य में क्या हैं नियम


हरियाणा में निकाय कर्मचारियों की हड़ताल जारी है. वहीं सरकार ने शहरों की साफ-सफाई के लिए पुलिस सुरक्षा में करने के निर्देश दे दिए हैं. इसको लेकर कर्मचारियों में भारी रोष है. उन्होंने फैसला किया है कि इस बार काली दिवाली मनाएंगे. कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि वह सरकार के द्वारा मशीनों से कराई जा रही साफ-सफाई का विरोध करेंगे


वहीं कर्मचारियों का कहना है कि प्रदेश में एस्मा की प्रतियां जलाकर प्रदर्शन करेंगे. कर्मियों ने अन्य विभागों के कर्मचारियों के साथ इस बार काली दिवाली मनाने का फैसला किया. सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष लांबा ने इसकी निंदा की है. 


वहीं हड़ताल को लेकर सुभाष लांबा ने कहा कि बातचीत के द्वारा मांगों को मानकर हड़ताल खत्म करवाने की सरकार से मांग की. कर्मियों ने अपनी मांगों के लिए नगर निकाय मंत्री को अपना मांग पत्र भेज दिया था, लेकिन कर्मचारियों की मांगों का समाधान नहीं किया. इसी वजह से प्रदेश के 40 हजार कर्मचारी हड़ताल पर हैं.


हड़ताल के चलते प्रदेश के शहर कूड़े के ढेर में बदलते जा रहे हैं. हड़ताल के कारण शहरों में साफ-सफाई नहीं हो पा रही है. वहीं अब कर्मचारी सरकार की ओर से मशीनों से साफ सफाई का कर्मचारी विरोध करेंगे.


वहीं दीवाली वाले दिन कर्मचारी झाड़ू उल्टा कर प्रदर्शन करेंगे. लांबा ने कहा कि सरकार दमन एवं उत्पीड़न से हड़ताल को कमजोर नहीं कर पाएगी. वहीं उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर कोई कार्रवाई नहीं की तो उग्र आंदोलन होगा.