मोहित सिंह/नई दिल्ली: हरियाणा में डेंगू का कहर एक बार फिर लोगों को डराने लगा है. हाल ही में सामने आए कुछ आंकड़े हरियाणा के लोगों को डराने का काम कर रहे हैं. हम आपको आंकड़े बताएं, उससे पहले आपको बताते चलें कि अब तक हरियाणा में 4 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं. ये तो तब है, जब अभी नवंबर की शुरुआत ही हुई है, जबकि स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि नवंबर और दिसंबर में सबसे ज्यादा डेंगू के केस सामने आते हैं. यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग अभी से मैदान में उतर गया है, ताकि लोगों को जागरूक किया जा सके और लारवा को नष्ट किया जा सके.


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अब आपको वो आंकड़े बताते हैं, जिसकी वजह से हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई है. हरियाणा में अब तक डेंगू के 4,787 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें डेंगू ने 12 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है. हरियाणा में सबसे ज्यादा हालत पंचकूला की खराब है, क्योंकि पंचकूला में अब तक 1,599 लोग डेंगू से संक्रमित पाए जा चुके हैं, जिनमें से 5 लोगों की मौत हो चुकी है. ये आंकड़े हैरान करने वाले हैं, जबकि 2021 में 11,835 लोग डेंगू से संक्रमित पाए गए थे. 2020 में डेंगू का ये आंकड़ा 1,377 था, जबकि 2019 में 1,936 मामले दर्ज हुए थे. 


डेंगू का कहर हरियाणा के शहर-शहर में देखने को मिल रहा है. अंबाला में डेंगू के 198 मामले सामने आ चुके हैं, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग मैदान में उतर चुका है और लोगों को जागरुक कर रहा है, जो लोग डेंगू पर लापरवाही बरत रहे हैं, उन्हें चेतावनी दी जा रही है. इसके साथ ही अंबाला में स्वास्थ्य विभाग ने अब तक नियम की अनदेखी करने वाले 8,000 से ज्यादा लोगों को नोटिस जारी किया है. अंबाला के सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह का कहना है कि लोगों को जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अपने घर के पास पानी ना भरा रहने दें, अपने छत पर पानी की टंकी को समय-समय पर साफ करें. 


अंबाला की तरह की धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में भी डेंगू का कहर जारी है. कुरुक्षेत्र में अब 987 लोगों का टेस्ट किया गया था, जिनमें से 31 लोग डेंगू से संक्रमित पाए गए हैं. हालांकि, राहत की बात ये है कि इन 31 लोगों में से 29 संक्रमितों ने डेंगू को मात दे दी है. कुरुक्षेत्र के मलेरिया अधिकारी रमेश सभरवाल ने जानकारी देते हुए कहा कि 29 और लोगों का टेस्ट किया गया, जिसमें एक केस सामने आया है. सभरवाल ने बताया कि लारवा नष्ट करने और लोगों को जागरूक करने के लिए 20 टीम उतारी गईं हैं. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग नीजि डॉक्टरों को भी लोगों का इलाज सावधानीपूर्वक करने की सलाह दे रहे हैं. विभाग का कहना है कि डॉक्टर लोगों को डराने के बजाय WHO के मानक के अनुसार इलाज करें. अब देखना होगा कि इस बार हरियाणा डेंगू के खिलाफ ये जंग कब तक जीतता है.