Hisar Weather: हरियाणा में 1 जुलाई को मानसून की दस्तक के बाद से कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है. वहीं कुछ इलाके ऐसे भी हैं, जो अब भी बारिश का इंतजार कर रहे हैं. इस बीच हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डॉ एम एल खीचड़ का कहना है की मानसूनी हवाओं के कारण 3 से 7 जुलाई के बीच राज्य के ज्यादातर इलाकों में तेज गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है, लेकिन मानसून को लेकर अनिश्चिता भी बनी रहेगी. 


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भीषण गर्मी के सितम के बाद लोग बेसब्री से बारिश का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अब भी हरियाणा के कई जिले बारिश की बूंदों के इंतजार में हैं. हरियाणा में औसतन 80 दिनों में 452 मिलीलीटर बारिश हो जाती है. मौसम के पूर्वानुमान की बात करें तो राज्य में मौसम आमतौर पर 7 जुलाई तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है, दक्षिण-पश्चिम मानसून की सक्रियता अगले तीन-चार दिनों में और बढ़ेगी, जिससे राज्य में भी बारिश की गतिविधियां बढ़ने की संभावना बन रही है. मानसूनी हवाओं के कारण 3 जुलाई से 7 जुलाई के दौरान बीच-बीच में बादलवाई तथा हवाओं व गरज-चमक के साथ राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. इस दौरान कुछ इलाकों में तेज बारिश की भी संभावना बन रही है. बारिश की वजह से दिन के तापमान में और गिरावट आएगी. 


मानसून की दस्तक के साथ ही किसान भी फसल की बुवाई की तैयारियों में जुट गए हैं. ऐसे में किसानों को भी कुछ आवश्यक बातों का ख्याल रखना जरूरी है. अगर किसी खेत में पानी अधिक हो तो कीट का प्रकोप ज्यादा होने के आसार भी होते हैं. इससे बचने के लिए किसान कृषि एक्सपर्ट की राय ले सकते हैं. साथ ही ज्यादा पानी निकलने से खेत में पानी की कमी हो सकती है. ऐसे में किसानों को खेत में पानी की मात्रा का ध्यान रखना भी जरूरी है.