Jind: जम्मू में शहीद हुआ हरियाणा का एक और जवान, बेटे ने कहा- बदला चाहिए
Jind News: जींद जिले के रहने वाले कुलदीप मलिक CRPF में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे, जो सोमवार को जम्मू कश्मीर के उधरमपुर के बसंतगढ़ इलाके में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए. मंगलवार को पैतृक गांव में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
Jind News: हरियाणा के जींद जिले के रहने वाले कुलदीप मलिक सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे, जो सोमवार को जम्मू कश्मीर के उधरमपुर के बसंतगढ़ इलाके में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए. कुलदीप की शहादत की खबर सुनते ही गांव में मातम पसर गया है. सीएम नायब सिंह सैनी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके शहीद कुलदीप मलिक को श्रद्धांजलि अर्पित की. वहीं पिता की शहादत पर बेटे ने कहा कि हर दिन कोई न कोई बेटा अपने पिता को खो रहा है, हमें पाकिस्तान से इसका बदला लेना चाहिए.
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सीएम नायब सैनी ने दी श्रद्धांजलि
CM नायब सिंह सैनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर पोस्ट करते हुए लिखा कि 'जम्मू के उधमपुर जिले में आतंकवादियों द्वारा सीआरपीएफ़ और जम्मू-कश्मीर के गश्ती दल पर किए गए हमले में जींद के निड़ानी गांव के वीर सपूत, सीआरपीएफ़ इंस्पेक्टर कुलदीप मलिक ने अपने प्राणों की आहुति दी. उनका यह सर्वोच्च बलिदान देश कभी नहीं भूलेगा. मैं शहीद कुलदीप मलिक जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. मेरी संवेदनाएं शहीद के परिजनों के साथ हैं. ईश्वर से प्रार्थना है कि वे पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिवार को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें. ॐ शांति'
पाकिस्तान से बदला चाहिए
जम्मू के उधमपुर में शहीद जवान कुलदीप मलिक के दो बेटे हैं. एक बेटा आर्मी में ड्राइवर के पद पर तैनात है तो दूसरा RPF में है. पिता की शहादत पर बेटे ने कहा कि हर रोज कोई न कोई अपना बेटा अपना पिता खो रहा है, हमें पाकिस्तान से बदला लेना चाहिए.
प्रमोशन से पहले शहादत
CRPF में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात कुलदीप 34 साल पहले CRPF में स्पोर्ट्स कोटे से कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे. कुलदीप कुश्ती के नेशनल लेवल प्लेयर रह चुके हैं. वो अगले महीने डीएसपी के पद पर प्रमोट होने वाले थे, जिससे पहले उनकी शहादत की खबर आई. बेटे ने बताया कि जम्मू में पोस्टिंग होने के बाद जब भी वो अपने पिता से सतर्क रहने की बात करता था तो वो कहते थे कि बहादुरों वाली जिंदगी जी है और वही जिएंगे और वो अपनी बहादुरी दिखाते हुए देश के लिए शहीद हो गए. आपको बता दें कि कुलदीप के गांव के लगभग 350 लोग आर्मी में अलग-अलग पदों पर रहकर देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रहे हैं.
परिवार से आखिरी बात
इंस्पेक्टर कुलदीप मलिक ने परिवार से आखिरी बार बात करते हुए उन्हें त्योहार अच्छे से मनाने की सलाह दी थी. सारा देश जब भाई-बहन के प्यार के प्रतीक राखी के त्योहार को मना रहा था, तभी कुलदीप के शहादत की खबर आई. मिली जानकारी के अनुसार, शहीद जवान का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गांव पहुंचेगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
इनपुट- गुलशन चावला