New Education Policy: हरियाणा में लंबे समय से अभिभावकों द्वारा केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति को बदलने की मांग की जा रही थी. दरअसल इस नीति के तहत 1 अप्रैल की कट ऑफ डेट के मुताबिक साढ़े 5 साल के बच्चों को ही पहली क्लास में दाखिला मिल सकता था. इस नीति के तहत प्रदेश के लाखों बच्चों को फिर से यूकेजी में पढ़ना पड़ता. अभिभावकों के विरोध के बाद शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने इसमें छूट दी है.


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क्या है पूरा मामला
केंद्र सरकार द्वारा घोषित की गई नई शिक्षा नीति के तहत साढ़े 5 साल के बच्चों को ही पहली क्लास में दाखिला मिल सकता है, जबकि राज्य में काफी संख्या में ऐसे बच्चे हैं जो 1 अप्रैल की कट ऑफ डेट के मुताबिक साढ़े 5 नहीं हो रहे हैं. कुछ बच्चे ऐसे भी हैं जिनकी आयु कट ऑफ डेट से 1-2 महीने कम है. ये सभी बच्चे यूकेजी पास कर चुके हैं और उन्हें फर्स्ट क्लास में दाखिला मिलना चाहिए. लेकिन  नई शिक्षा नीति के तहत उन्हें फर्स्ट क्लास में दाखिला नहीं मिल रहा था, जिसके बाद अभिभावकों की तरफ से इसमें बदलाव की मांग की जा रही थी. 


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शिक्षा मंत्री ने दी राहत
शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने बच्चों के एडमिशन को लेकर परेशान अभिभावकों को बड़ी राहत दी है. अब 1 अप्रैल की कट ऑफ डेट में 6 महीने की छूट दी गई है, ऐसे में 1 सितंबर को जो बच्चे  साढ़े 5 साल की उम्र पूरी कर रहे हैं उन्हें पहली कक्षा में एडमिशन मिल जाएगा.


अभिभावक सेवा मंच ने भी की मुलाकात
अभिभावकों द्वारा लगातार सरकार से नियमों में छूट देने की मांग की जा रही थी. इसके साथ ही अभिभावक सेवा मंच ने भी शिक्षा मंत्री से मुलाकात करके उनके सामने अभिभावकों की परेशानी रखी, जिसके बाद शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने शिक्षा निदेशक को आयु में छूट के आदेश जारी करने के निर्देश दिए हैं.