Haryana News: एक ओर जहां हरियाणा सरकार लगातार दावे करती है कि राज्य में पर्याप्त मात्रा में भंडारण है, तो वहीं दूसरी ओर लगातार खाद की कमी की खबरें सामने आती रहती हैं. इसी कड़ी में नया मामला हरियाणा के बल्लभगढ़ में सामने आया है, जहां किसानों का कहना है कि सरकारी दुकानों पर DAV नहीं मिल रही है तो वहीं दूसरी ओर दुकानदारों का कहना है कि उन्हें सरकार से ही स्टॉक नहीं मिल रहा है. 


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कालाबाजारी कर रहे खुदरा दुकानदार
देशभर में रवि फसलों की बुआई शुरू हो चुकी है. ऐसे में हरियाणा में भी फसलों की बुआई की जा रही है, लेकिन डीएपी खाद की कमी ने बोआई के समय किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. किसानों को पर्याप्त मात्रा में डीएपी नहीं मिल पा रहा है और इसका फायदा कालाबाजारी करने वाले उठा रहे हैं.


किसानों ने किया हंगामा
कल बल्लभगढ़ मंडी में डीएपी खाद लेने आए किसानों का हंगामा करने का मामला सामने आया था. मौके पर डायल 112 को फोन करके बुलाया गया था. पुलिस के पहुंचने पर व्यवस्था बनाई गई. बताया जा रहा है कि किसान सुबह 5 बजे से डीएपी खाद लेने के लिए खाद के सेंटर पर खड़े रहते हैं. खाद लेने आए किसानों का कहना है कि डीएपी खाद पूरा नहीं मिल पा रहा है. डीएपी लेने आई महिला बताती है कि जहां एक तरफ डीएपी नहीं मिल पा रहा तो वही यहां के विक्रेता जबरदस्ती सरसों के तेल की बोतल को खरीदने के लिए बाध्य कर रहे हैं.


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खरीद मूल्य से ज्यादा खर्च
मंडी में डीएपी खरीदने आए एक किसान के अनुसार सरकारी केंद्र पर डीएपी खाद का मूल्य 1350 रुपए है, जबकि खुले बाजार में कालाबाजारी करते हुए प्राइवेट विक्रेता इसी डीएपी के कट्टे को लगभग ₹1700 का बेच रहे हैं. जिसे किसानों को अपनी जेब से ज्यादा पैसों का भुगतान करना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर DAP विक्रेताओं का कहना है कि सरकार की तरफ से डीएपी की आपूर्ति पूरी नहीं हो रही है, जिसकी वजह से शॉर्टेज चल रही है.


परेशान हो रहे किसान
ऐसे परेशान किसान दो तरफा लड़ाई झेल रहे हैं. एक ओर जहां किसानों को महंगी दामों पर खादों की खरीददारी की जा रही है. तो वहीं दूसरी ओर किसान डीएपी के लिए सुबह 5 बजे से ही सरकारी केंद्रों पर खाद के लिए लंबी लाइनों में इंतजार कर रहे हैं. 


INPUT- AMIT CHAUDHARY