Haryana News: सम्राट मिहिर भोज के आगे से गुर्जर प्रतिहार शब्द हटाया जाएगा या नहीं इसका फैसला अब उच्च न्यायालय में होगा. इसके लिए कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी. मामले को सुलझाने के लिए दो समितियों का गठन किया गया है. एक सामान्य समिति तो दूसरी कानूनी समिति.


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गुर्जर धर्मशाला में हुई मीटिंग
कैथल में आज गुर्जर धर्मशाला में गुर्जर समाज की मीटिंग हुई, जिसमें कैथल में चल रहे विवाद पर चर्चा हुई. इसके लिए गुर्जर समाज ने दो समितियां बनाई हैं. एक सामान्य समिति है और दूसरी कानूनी समिति. सामान्य समिति का काम होगा वह सरकार से और राजपूत समाज से बात करने का काम करेगी और दूसरी कानून समिति का काम है कि राजपूत समाज ने जो हाई कोर्ट में मुकदमा दायर किया है वह कानूनी लड़ाई लड़ने का काम करेगी.


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हाईकोर्ट में होगी सुनवाई
गुर्जर समाज के लोगों ने कहा कि अब कैथल में मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण हो चुका है और उसके आगे गुर्जर प्रतिहार लिखा हुआ है. वह शब्द वहां पर लिखा रहेगा या हटाया जाएगा इसका निर्णय हाईकोर्ट में होगा और हम चाहते हैं कि हमारा भाईचारा बना रहे. समाज में कोई भेदभाव न हो इसके लिए हमारी सामान्य समिति काम करती रहेगी. पत्रकारों से बात करते हुए गुर्जर नेता राव गौतम ने कहा कि जो लोग यह कह रहे हैं कि सम्राट मिहिर गुर्जर नहीं थे उनके लिए मैं बता दूं कि वह गूगल पर सर्च करें गुर्जर डायनेस्टी आपको पता चल जाएगा कि सम्राट मिहिर भोज कौन थे. अगर गुर्जर डायनेस्टी के राजा के आगे गुर्जर शब्द लगाया जा रहा है तो इसमें किसी को आपत्ति क्यों है. आप चाहे तो एनसीईआरटी की किताबों में देख लीजिए राजस्थान बोर्ड में देख लीजिए या जो आईपीएस की किताबों में तैयारी के लिए बच्चे पढ़ते हैं उसमें देख लीजिए आपके सामने दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.


INPUT- VIPIN SHARMA