Haryana News: कौन कहता है उड़ने के लिए पंख होने चाहिए. जीवन में उड़ान भरने के लिए जुनून, जज्बा और कड़ी मेहनत ही काफी है. ऐसे ही एक जुनून और जज्बे के साथ कड़ी मेहनत करके पानीपत के युवा ने यूपीएससी की परीक्षा में 115 रैंक हासिल कर जिले और प्रदेश का नाम रौशन किया है. बेटे की सफलता से माता-पिता और भाई गदगद हैं. रिश्तेदारों और दोस्तों के बधाइयों के लगातार फोन आ रहे हैं.


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2 साल तक 8 घंटे पढ़ाई की
हम बात कर रहे हैं जसवंत की, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत के बल बूते पर यूपीएससी में 115वां रैंक हासिल किया. जसवंत के पिता सुरजीत मलिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में लेक्चरर हैं, जिस वजह से बचपन से ही उन्हें घर में शिक्षा का माहौल मिला था. जसवंत ने 2 साल तक निरन्तर घर में 8 घंटे पढ़ाई की, जिसके बाद उसे यह सफलता हासिल हुई. पिछले साल ही जसवंत ने एचसीएस पास किया था, जिसके बाद गुड़गांव हिपा में ट्रेनिंग ले रहे हैं.


पांचवे अटेंप्ट में हासिल किया रैंक
वहीं, जसवंत का सपना प्रशासनिक अधिकारी बनने का था इसलिए उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी और पांचवें अटेम्प्ट में 115 रैंक हासिल किया, लेकिन अपने रैंक को बेहतर करने के लिए दोबारा से परीक्षा देने की तैयारी कर रहे हैं. क्योंकि उनका सपना प्रशासनिक अधिकारी बनना है. जसवंत के पिता सुरजीत मलिक ने बताया कि उन्होंने एफसीएस की परीक्षा में प्रदेश में दूसरा अंक हासिल किया जो फिलहाल गुरुग्राम में ट्रेनिंग पर हैं. अधिक बेहतर रैंक के लिए वह एक बार फिर से परीक्षा देंगे. उन्होंने बताया कि जसवंत बचपन से ही मेघावी छात्र रहे हैं शुरू से ही उनकी रुचि भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने की है जिसके लिए वह निरंतर प्रयासरत हैं.


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बेटे की सफलता पर है गर्व
पिछले 6-7 साल से वह काफी मेहनत करते हुए लगातार 8-9 घंटे तक पढ़ाई करते थे. इसके बाद आज उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है. वहीं, उन्होंने बताया कि जसवंत ने इसके लिए कभी किसी सेंटर से कोचिंग नहीं ली बल्कि वह घर पर रहकर ही खुद तैयारी करते रहे. उसके बाद में दिल्ली चले गए. वही, जसवंत की माता ने बताया कि बेटे की इस उपलब्धि पर काफी खुश हैं. हर माता-पिता का सपना होता है कि उनका बेटा बड़ा होकर एक कामयाब इंसान बने. फिलहाल बेटे की उपलब्धि पर उन्हें काफी गर्व है.


INPUT- Rakesh Bhayana