राकेश भयाना/पानीपतः हरियाणा के पानीपत के तीन खिलाड़ियों ने पावरलिफ्टिंग में गोल्ड, सिल्वर व कांस्य पदक जीतकर प्रदेश व जिले का नाम रोशन किया है. गोल्ड मेडल विजेता सौरव ने नेशनल रिकॉर्ड बनाते हुए 105 किलोग्राम वर्ग में 246 किलो भार उठाकर पिछला 245 किलो भार रिकॉर्ड तोड़ा. इसके साथ सौरभ ने इंडिया स्ट्रॉन्गमैन का खिताब भी जीता.


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उनकी इस कामयाबी पर पानीपत के पुलिस अधीक्षक ने उन्हें सम्मानित भी किया. सौरभ ने 18 महीने के अभ्यास में गोल्ड मेडल जीतकर दूसरे खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं. गोल्ड मेडल विजेता सौरव रोहिल्ला ने बताया कि औरंगाबाद में आयोजित इस प्रतियोगिता में 105 किलोग्राम कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता है.


सौरभ ने बताया कि पहले राष्ट्रीय स्तर पर 245 किलो का रिकॉर्ड था तो अब 246 किलो का रिकॉर्ड बनाया है. उन्होंने बताया कि देश के 22 राज्यों से 600 प्रतिभागियों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था. उन्होंने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से रेसलिंग छोड़ दी थी, लेकिन पिछले 18 महीने से पावर लिफ्टिंग की प्रैक्टिस कर रहा था.


उन्होंने आगे कहा कि कोच को गुरु मानते हुए उनके निर्देश अनुसार पावरलिफ्टिंग कोई अपना कैरियर चुन लिया. आज 256 किलोग्राम वर्ग में इंडिया के स्ट्रॉन्गमैन बनकर बड़ा गर्व हो रहा है. सिल्वर मेडल विजेता दीपक ने बताया कि पावर लिफ्टिंग में सिल्वर मेडल जीतकर बड़ी खुशी महसूस हो रही है. उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा है पावर लिफ्टिंग में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना चाहता हूं.


कांस्य पदक विजेता मोनू ने कहा कि पिछले 18 महीने से लगातार अभ्यास कर रहा हूं. कांस्य पदक जीतकर बड़ी खुशी महसूस हो रही है. उन्होंने कहा कि अपने गुरु व देश का नाम रोशन करना चाहता हूं. कोच राजू शर्मा ने बताया कि पावर लिफ्टिंग इंडियन फेडरेशन प्रतियोगिता में पानीपत के तीनों खिलाड़ियों ने गोल्ड, सिल्वर व कांस्य पदक जीतकर पानीपत का नाम रोशन किया है.


उन्होंने बताया कि तीनों खिलाड़ी पिछले 18 महीने से मेरी देखरेख में अभ्यास कर रहे हैं. मोनू और सौरभ रोहिला हरियाणा के स्ट्रॉन्गमैन रह चुके है. राजू कोच ने बताया कि 4 से 5 घंटे लगातार अभ्यास करते हर उन्होंने बताया कि डाइट से लेकर दिनचर्या सब कुछ देखरेख में किया जाता है. खिलाड़ी अपने खेल में फोकस कर देश का नाम रोशन करे.